भिलाई इस्पात संयंत्र औद्योगीकरण की दिशा में देश को विकास करने का एक प्रमुख कदम के रुप में गिना जाता है। भिलाई इस्पात संयंत्र साल 1959 में सोवियत संघ की मदद द्वारा स्थापित किया गया था। यह एकमात्र ऐसा इस्पात संयंत्र है जो देश की रेल की पटरियों और भारी इस्पात प्लेटों का उत्पादन करता है।