नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क: भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में सबसे बड़े शहरों में शुमार कानपुर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काफी प्रचलित है। अगर आप कानपुर गए हैं और परिवार संग घूमने का प्लान बना रहे हैं तो कानपुर आपका तहे दिल से स्वागत करता है। क्योंकि कानपुर अपनी मेहमान नवाजी के लिए भी जाना जाता है। यहां हर साल भारी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं। गंगा नदी के तट पर स्थित कानपुर भारत के सबसे प्रमुख औद्योगिक शहरों में से एक है। यह शहर मुख्य रूप से कपड़ा और चमड़ा के लिए प्रसिद्ध है। साथ ही यहां कई ऐसी ऐतिहासिक चीजें है। जिन्हे देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। तो चलिए आपको बताते हैं कि आप कानपुर में किन पांच जगहों पर आप फैमिली संग घूम सकते हैं।
नाना राव पार्क कानपुर में एक खास पर्यटक स्थल है।यह पार्क पहले मेमोरियल वेल गार्डन के रूप में जाना जाता था। बाद में इसका नाम नाना राव रख दिया गया। यह कानपुर का सबसे बड़ा पार्क है। और माल रोड पर शहर के केंद्र में स्थित है। आपको बता दें कि आजादी के बाद इसका नाम 1857 में स्वतंत्रता के पहले युद्ध के नायक नाना राव पेशवा के नाम पर रखा गया है। इसे बहुत ही खूबसूरती से सजाया गया है। इसमें एक पौधे की नर्सरी भी है। जो देखने में खूबसूरत दिखती है। हर साल लोग यहां भारी संख्या में पहुंचते हैं।
कानपुर में घूमने की जगह में खास कानपुर जूलॉजिकल पार्क है। कानपुर भारत के सबसे पुराने जूलॉजिकल पार्क में से एक है। इस पार्क को 4 फरवरी 1974 को स्थापित कर आम जनता के लिए खोला गया था। इस चिड़ियाघर का क्षेत्रफल लगभग 76.56 हेक्टेयर है। यह एक मानव निर्मित जंगल में स्थापित है। कानपुर का जूलॉजिकल पार्क का इलाका लहरदार बना हुआ है। जो एक ऊंचे जंगल जैसा दिखता है। यह उन प्राणी उद्यान में से है जो आधुनिक चिड़ियाघर निर्माण सिद्धांतों पर बनाया गया है। यह देखने में बहुत ही खूबसूरत है। यहां तरह-तरह के पक्षी और जानवर देखने को मिल जाएंगे। इसके अलावा यहां दुनियाभर के प्रजाति के जीव जंतु भी देखने को मिल जाएंगे। यहां की खूबसूरती देखते ही बनती है।
कानपुर शहर के उत्तर में एक खूबसूरत शहर बिठूर बसा हुआ है। जो गंगा के तट पर स्थित एक पुरानी बस्ती है। यह एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है और हर दिन हजारों हिंदू तीर्थ यात्रियों को आकर्षित करती है। यहां का ब्रह्म व्रत और पत्थर घाट ऐसी जगह है। जहां कई लोग पवित्र डुबकी लगाते हैं । साथ ही बिठूर के अन्य स्थलों में वाल्मीकि आश्रम शामिल है। ऐसा माना जाता है कि सीता देवी अपने निर्वाशन के दौरान यहां रुकी थी। साथ ही यहां के प्रमुख आकर्षणों में से एक कैलाश पर्वत की प्रतिकृति भी है जहां भगवान शिव और पार्वती का स्थान माना जाता है।
मोती झील कानपुर के बिना बेनझावर इलाके में स्थित है। एक खूबसूरत झील होने के साथ-साथ एक बेहतरीन दर्शनीय स्थल भी है। आपको बता दें कि इस झील का निर्माण अंग्रेजों के समय के शहर को पानी उपलब्ध कराने के लिए किया गया था। बाद में बच्चों के लिए इस मनोरंजक बनाने के लिए इसमें पार्क और लैंडस्केप गार्डन जोड़ा गया। यहां कई फूड स्टॉल और एक्टिविटी करने के लिए यहां वोटिंग भी कर सकते हैं
इस्कॉन मंदिर कानपुर के सबसे बड़े और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। जहां पर रोजाना भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। यह मंदिर लगभग 15 एकड़ के विशाल भूभाग में फैला हुआ। यह मंदिर साल 2014 में श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था। इस मंदिर में कई खूबसूरत वस्तु कला और भव्यता का मिश्रण हैं। जो श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। अगर आप धार्मिक आस्था रखते हैं तो आप कानपुर के इस्कॉन मंदिर घूमने जरूर जाएं।
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