शापिंग मॉल, मदिरालय खुल सकते हैं तो जिम्नेशियम क्यों नहींः बॉडी बिल्डर एसोसिएशन
शापिंग मॉल, मदिरालय खुल सकते हैं तो जिम्नेशियम क्यों नहींः बॉडी बिल्डर एसोसिएशन 
news

शापिंग मॉल, मदिरालय खुल सकते हैं तो जिम्नेशियम क्यों नहींः बॉडी बिल्डर एसोसिएशन

Raftaar Desk - P2

रतलाम, 23 जून(हि.स.)। कोरोना महामारी के बाद पूरे देश में करीबन 60 दिवस के तालाबंदी लागू होने के पश्चात लगभग सभी शहरों में बड़े-छोटे माल, शराब की दुकानें, धार्मिक स्थल लगभग पूरी तरह से खुल चुके हैं, जहां भीड़ भाड़ अधिक रहती है, परन्तु आश्चर्य की बात है कि अभी तक जिम्नेशियम एवं अखाड़ा व्यायामशाला पर रोक लगी हुई है जिसके कारण जिम व्यवसाय पर तथा शरीर साधक खिलाडियों पर काफी बुरा असर पड़ा हुआ है। जहां एक और खिलाड़ी अपना वर्कआउट नहीं कर पा रहे हैं वही जिम संचालक हाल का भाड़ा, बिजली बिल, और बैंकों की किश्ते नहीं भर पा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें पेनेल्टी का अतिरिक्त बोझ झेलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है । यह बात मंगलवार को जिला बॉडी बिल्डर एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश कार्यालय पर प्रशासकीय अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कही की गई । ज्ञापन का वाचन बॉडी बिल्डिंग के राष्ट्रीय निर्णायक दिनेश शर्मा ने किया। आपने बताया कि जिम्नेशियम का व्यवसाय तालाबंदी के कारण प्रभावित हो रहा है, सैकड़ों ट्रेनर तथा खिलाड़ी बेरोजगार हो गए हैं सरकार से निवेदन है कि जिम्नेशियम आरंभ करने की अनुमति प्रदान कर इन युवाओं को रोजगार से वंचित ना करें । इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष फैयाज मंसूरी, संरक्षक निमिष व्यास, उपाध्यक्ष विनोद यादव, महेश व्यास, सचिव कुलदीप त्रिवेदी, बीके जोशी असलम खान ,रिफाकत शेरानी, कुलदीप पटवान, ललित गोयल ,कमलेश पालीवाल ,सुनील जैन, अकरम शाह, अमित सिंह, यूनुस खान सहित अनेकों खिलाड़ी मौजूद थे । हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी-hindusthansamachar.in