रामराज के सपने को साकार करने के लिए सुराजी गांव योजना शुरु: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रामराज के सपने को साकार करने के लिए सुराजी गांव योजना शुरु: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  
news

रामराज के सपने को साकार करने के लिए सुराजी गांव योजना शुरु: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

Raftaar Desk - P2

रायपुर , 30 नवम्बर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में उस राम-राज्य की स्थापना के लिए काम कर रही है, जिसकी बात महात्मा गांधी किया करते थे। उन्होंने कहा- असली रामराज वह है जहां समानता, प्रेम और भाईचारा हो, किसी के भीतर किसी भी तरह का भय न हो, श्री बघेल ने जाजंगीर-चांपा जिले के शिवरीनारायण में आयोजित मानस महोत्सव में उक्त बातें कही। यह महोत्सव शिवरीनारायण-मठ की ओर से आयोजित किया गया था। श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ का रामनामी समुदाय अपने शरीर पर राम नाम का गोदना अंकित करके उनके निर्गुण रूप की आराधना करता है। श्री बघेल ने कहा महात्मा गांधी के रामराज के सपने को साकार करने के लिए राज्य शासन ने सुराजी गांव योजना शुरु की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के माध्यम से असली गो-सेवा तो हमारी सरकार कर रही है। उन्होंने कहा- हम किसानों से 2 रुपए किलो में गोबर खरीद कर उससे जैविक खाद तैयार कर रहे हैं, जिसका विक्रय 8 रुपए किलो की दर से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसानों को उनकी उपज की सही कीमत मिले। हमने किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का वादा किया था, सरकार बनने के बाद हमने उसे पूरा किया। हमने राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरु की, जिसके माध्यम से 10 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से किसानों को 5750 करोड़ रूपए आदान सहायता राशि उपलब्ध कराई जा रही है। तीन किश्तों में 4500 करोड़ रूपए की राशि से अधिक किसानों के खातों में अंतरित की जा चुकी हैं, चौथी किश्त भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवरीनारायण वह स्थान है, जहां वनवास काल के दौरान भगवान राम का आगमन हुआ था और माता शबरी का जन्म हुआ था। उन्होंने कहा शासन ने राम वन गमन पथ पर्यटन सर्किट की जो योजना तैयार की है, यह उसके पहले चरण का काम है। उन्होंने कहा कि शिवरीनारायण और पूरा छत्तीसगढ़ वह स्थान है जिसने हर युग में भारतीय संस्कृति को समृद्ध किया है। त्रेता युग में यहां राम का आगमन हुआ, वहीं द्वापर में रायपुर के निकट आरंग में भगवान श्री कृष्ण, अर्जुन के साथ आए थे। बुद्ध के बाद सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध संत नागार्जुन ने यहीं के सिरपुर में तपस्या की। छत्तीसगढ़ गो सेवा आयोग के अध्यक्ष और शिवरीनारायण मठ के महंत रामसुंदर दास की मांग पर श्री बघेल ने शिवरीनारायण में 30 बिस्तर अस्पताल शुरु करने तथा तीन दिवसीय मानस गान महोत्सव के आयोजन की घोषणा की। हिन्दुस्थान समाचार/ केशव-hindusthansamachar.in