जिला अस्पताल में एक भी ड्रेसर नहीं, वार्डब्वाय करते हैं ड्रेसिंग
जिला अस्पताल में एक भी ड्रेसर नहीं, वार्डब्वाय करते हैं ड्रेसिंग  
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जिला अस्पताल में एक भी ड्रेसर नहीं, वार्डब्वाय करते हैं ड्रेसिंग

Raftaar Desk - P2

धमतरी 7 अगस्त (हि.स.) । जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में एक भी ड्रेसर पदस्थ नहीं है। जबकि यहां हर समय सड़क दुर्घटना व अन्य घटनाओं के मरीजों का ड्रेसिंग करना पड़ता है। ड्रेसर उपलब्ध नहीं होने की वजह से ड्रेसर का पूरा कार्य वार्डब्वाय को करना पड़ता है। कई बार वार्डब्वाय नहीं होने पर मरीजों को ड्रेसिंग के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। जिला अस्पताल धमतरी में प्रतिदिन 300 से 400 ओपीडी मरीज है। वहीं 24 घंटे यहां सभी प्रकार के मरीज उपचार कराने पहुंचते हैं। सड़क दुर्घटना, आगजनी, कई प्रकार के बीमारी वाले मरीज पहुंचते हैं, जिन्हें तत्काल ड्रेसिंग करना पड़ता है। जबकि यहां एक भी ड्रेसर पदस्थ नहीं है। ड्रेसर पदस्थ नहीं होने के कारण यहां के वार्डब्वाय को ही ड्रेसिंग संबंधी पूरा कार्य वार्डब्वाय को करना पड़ता है। कई बार यहां वार्डब्वाय नहीं होते है। अन्य कार्याें में व्यस्त रहते हैं, तो मरीज व उनके परिजनों को ड्रेसिंग कराने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है। कुछ वार्डब्वाय ड्रेसिंग करने से कतराते रहते हैं। यहां पदस्थ तीन से चार वार्डब्वाय ड्रेसिंग के लिए प्रशिक्षण नहीं लिए है। डॉक्टरों के साथ देखकर ड्रेसिंग करने सीखे है, जो यहां के सभी मरीजों का ड्रेसिंग करते हैं। टाका लगाने से लेकर हर तरह के ड्रेसिंग वार्डब्वाय ही करते हैं, ऐसे में बिना प्रशिक्षण लिए वार्डब्वाय ड्रेसिंग करते हैं, ऐसे में उन्हें ड्रेसिंग करते समय लगता है। जबकि जिला अस्पताल में ड्रेसिंग कराने वाले मरीजों की संख्या अधिक रहते हैं। यही वजह है कि ड्रेसिंग के लिए यहां मरीजों की कतार लगा रहता है। ड्रेसर के नहीं होने के कारण मरीजों को कई परेशानी होती है। पिछले दिनों जिला अस्पताल में ड्रेसिंग कराने पहुंचे मिलनराम, ओंकार सिंह, बिंदा बाई ने बताया कि जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में एक भी ड्रेसर का नहीं होना दुख की बात है। जिला अस्पताल प्रबंधन को यहां ड्रेसर के पदों पर भर्ती के लिए शासन को लिखना चाहिए। सीएमएचओ डॉ. डीके तुर्रे ने बताया कि ड्रेसर के पदों को भरने शासन को पत्र लिखे हैं। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in