रायपुर, 16 नवंबर (हि.स.)। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जकांछ और जोगी परिवार के अस्तित्व को ख़त्म करने की खुली चुनौती दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि हमें मरवाही उपचुनाव में लड़ने से रोकने से उन्होंने हमें हरा दिया है। जिस दिन उन्होंने छल से हमें चुनाव से बाहर किया, उसी दिन उनकी हार हो चुकी थी। इसका जवाब उन्हें पहले न्याय की अदालत और फिर जनता की अदालत में मिलेगा। अमित अजीत जोगी ने सोमवार को कोर कमेटी का पुनर्गठन किया। 18 नवम्बर को विशेष बैठक बुलायी गई है। आज की बैठक में ‘वैचारिक शुद्धीकरण’ के लिए 7 निर्णय लिए गए हैं। बैठक में स्वर्गीय अजीत जोगी के ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ सपने को यथार्थ में बदलने का संकल्प लिया गया। डॉक्टर रेणु जोगी को स्व. अजीत जोगी के स्थान पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का प्रस्ताव रखा गया, धरमजीत ने इसका समर्थन किया। अब पार्टी में जय-चंदों और मीर जाफ़रों जैसे सत्ता-लोभियों की कोई जगह नहीं होगी। वे न घर के रहे न घाट के। 9 दिसंबर शहीद वीर नारायण जयंती से पार्टी का आज तक का सबसे वृहद् मोबाइल पर आधारित सदस्यता अभियान चालू होगा। अगले 90 दिनों में 1,11,111 सक्रिय वालंटियर का पूर्णकालिक काडर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पुराने मोर्चा संगठनों की जगह ‘अजीत जोगी किसान’ (एजेके), ‘अजीत जोगी महिला’ (एजेएम), ‘अजीत जोगी युवा’ (एजेवाय), 'अजीत जोगी छात्र’ (एजेसी) और ‘अजीत जोगी श्रमिक’ (एजेएस) लेंगे। संगठन और छात्र संघ, बिरगाँव, जामुल, भिलाई, रिसाली और चरौदा नगरी चुनावों में जात-पात और धर्म से ऊपर उठकर केवल ‘छत्तीसगढ़ प्रथम’ विचारधारा के लिए संघर्ष करने वालों को अवसर देंगे और सत्ता का घमंड ख़त्म करेंगे। 4 चरणों में पूरे प्रदेश में पदयात्रा के माध्यम से जनता से आशीर्वाद माँगने जाएँगे। मेरा फ़ोकस 31 विधानसभाओं में होगा जहां हमें 2018 में 40000 वोट मिले थे। खैरागढ़ और बलोदा बाज़ार में ‘विधायक, इस्तीफ़ा दो’ हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। ‘अजीत जोगी फ़ाउंडेशन’ (एजेएफ) ग़ैर-सरकारी संस्थाओं के माध्यम से शिक्षा और स्वास्थ में छत्तीसगढ़ के सबसे ज़रूरतमंदों की मदद करेगा। हिन्दुस्थान समाचार/चंद्रनारायण शुक्ल-hindusthansamachar.in