खतरों के बीच पर्यटक मॉडम सिल्ली बांध में कर रहे फोटोग्राफी
खतरों के बीच पर्यटक मॉडम सिल्ली बांध में कर रहे फोटोग्राफी 
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खतरों के बीच पर्यटक मॉडम सिल्ली बांध में कर रहे फोटोग्राफी

Raftaar Desk - P2

धमतरी 1 सितंबर (हि. स.)। पर्यटन स्थल पर सेल्फी लेने के दौरान हुई कई दुर्घटनाओं के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे। एक अदद सेल्फ़ी के लिए लोग अपनी जान ऐसे स्थानों पर लगा देते हैं जहां खतरे की पूर्ण गुंजाइश रहती है। कैचमेंट एरिया में पानी की आवक लगातार होने से इन दिनों मॉडम सिल्ली बांध के सभी गेट से पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है, जिससे यहां मनमोहक नजारा बन गया है। कल-कल बहते पानी के नजारे को कैद करने के साथ ही साथ स्वयं की तस्वीर लेने की होड़ सी लगी हुई है। लोग यहां पहुंच रहे हैं और वे तेज बहाव के बीच सीढ़ियों से उतर कर अपनी सेल्फी लेने व फोटो खिंचवाने में मशगूल हैं। ऐसे में यहां दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। जिले के प्रमुख बांधों में गंगरेल बांध, दुधावा बांध, बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव बांध (मॉडम सिल्ली बांध) शामिल है। गंगरेल बांध के तीन रेडियल गेट से छह हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। गंगरेल बांध में जल भराव 30.318 टीएमसी है। बांध की कुल जलभराव क्षमता 32.150 टीएमसी है। बांध 95 फीसद भर गया है। गंगरेल से 250 क्यूसेक पानी भिलाई नहर में भी छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा नरहरा जलप्रपात पर्यटन स्थल भी रमणीय स्थल है। इन स्थानों पर बारहों महीने पर्यटक आते जाते रहते हैं। पूर्व के कई वर्षों में हुई दुर्घटनाओं के बाद भी सेल्फी का ट्रेंड बरकरार है। बांध के खतरनाक स्थलों पर पहुंचकर लोग फोटो लेने से हिचक नहीं रहे। इससे पैर की फिसल कर पानी गिरने का खतरा बना रहता है। कलेक्टर जेपी मौर्य ने कहा कि पर्यटन स्थल पर सुरक्षा को लेकर पर्याप्त व्यवस्था की जाती है। लोगों को जागरूकता का परिचय देते हुए खतरा मोल नहीं लेना चाहिए, इससे जान का खतरा बना रहता है। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in