वसुधैव कुटुंबकम् और विश्व कल्याण का भाव, दोनों ही भारत की गौरवशाली परंपरा की धुरी हैं। इसी धुरी के कारण भारत विश्वगुरु बनने की ओर निरंतत अग्रसर है। भारत का लौकिक स्वरूप भले बदला हो, लेकिन वसुधैव कुटुंबकम् व विश्व क्लिक »-www.navpradesh.com
वसुधैव कुटुंबकम् और विश्व कल्याण का भाव, दोनों ही भारत की गौरवशाली परंपरा की धुरी हैं। इसी धुरी के कारण भारत विश्वगुरु बनने की ओर निरंतत अग्रसर है। भारत का लौकिक स्वरूप भले बदला हो, लेकिन वसुधैव कुटुंबकम् व विश्व क्लिक »-www.navpradesh.com