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त्रिपुराः बीमा कंपनियों के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने किया हड़ताल

Raftaar Desk - P2

अगरतला, 18 मार्च (हि.स.)। बीमा कंपनियों के निजीकरण के फैसले के विरोध में बीमा कर्मचारी आज देश के बाकी हिस्सों के साथ त्रिपुरा में भी एक दिवसीय हड़ताल में हिस्सा लिया। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार बीमा कंपनी के निजीकरण के अपने आत्मघाती फैसले को वापस ले। अगर यह मांग नहीं मानी गई तो श्रमिक संगठनों ने आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। बीमा श्रमिक संगठन के प्रदेश सचिव श्यामल चक्रवर्ती ने कहा एक फरवरी को आम बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बीमा में विदेशी निवेश को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया था। इतना ही नहीं, केंद्र सरकार का असली उद्देश्य बीमा कंपनी को शेयर बाजार में पंजीकृत करके हिस्सेदारी को 51 प्रतिशत तक करना और धीरे-धीरे जीवन बीमा कंपनी के शेयरों को बेचना है। उसमें आम आदमी के हितों को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि जीवन बीमा कंपनी के कर्मचारियों का वेतन ढांचा 43 महीने से नहीं बदला गया है। परिणामस्वरूप, जीवन बीमा से जुड़े श्रमिकों को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए, एक दिन की हड़ताल में कर्मचारियों ने हिस्सा लिया है। अगर केंद्र सरकार ने हमारी सभी मांगों को स्वीकार नहीं किया तो आने वाले दिनों में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचा/ संदीप/ अरविंद