एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक को याद करना अब भी रोमांच भर देता है : घोष
एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक को याद करना अब भी रोमांच भर देता है : घोष 
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एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक को याद करना अब भी रोमांच भर देता है : घोष

Raftaar Desk - P2

नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) भारतीय फुटबॉल टीम के स्वर्णिम युग के अहम सदस्यों में से एक पूर्व डिफेंडर अरूण घोष को 1962 में जकार्ता एशियाई खेलों में जीते गये स्वर्ण पदक को याद करना अब भी रोमांच से भर देता है जब उन्हें पाकिस्तानी हॉकी टीम का समर्थन मिला क्लिक »-www.ibc24.in