Shahbaz Sharif
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Shahbaz Sharif: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बड़ा ऐलान, चुनाव जीते तो नवाज शरीफ बनेंगे पीएम

इस्लामाबाद, हि.स.। पाकिस्तान में चुनाव नजदीक आते ही सियासी गतिविधियां भी तेज हो गयी हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ऐलान किया है कि यदि उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) चुनाव जीतती है, तो नवाज शरीफ प्रधानमंत्री बनेंगे।

नवाज के भाई शहबाज शरीफ बनाए गए प्रधानमंत्री

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में अयोग्य घोषित कर दिया था। वह 2018 में ‘पनामा पेपर’ मामले में न्यायालय का फैसला आने के बाद सार्वजनिक पद संभालने के लिए आजीवन अयोग्य हो गए। वह नवंबर, 2019 से ब्रिटेन में रह रहे हैं। उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने इमरान खान को सत्ता से हटाकर अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई और नवाज के भाई शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बनाए गए।

पाकिस्तान वापस लौटने का भी दिया संकेत

पाकिस्तान की मौजूदा संसद का कार्यकाल 12 अगस्त को पूरा हो रहा है और चुनाव की तैयारियां तेज हो गयी हैं। इन तैयारियों के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि यदि उनकी पार्टी चुनाव जीतती है, तो 73 वर्षीय नवाज शरीफ देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके साथ ही पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेता शहबाज शरीफ ने अपने बड़े भाई नवाज शरीफ के पाकिस्तान वापस लौटने का भी संकेत दिया। साथ ही कहा कि नवाज शरीफ पाकिस्तान लौटने के बाद कानून का सामना करेंगे। नवाज तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।

‘तटस्थ व्यक्ति’ का किया जाएगा चयन

शहबाज शरीफ ने वित्त मंत्री इसहाक डार को कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने की संभावना से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी आम चुनाव को पारदर्शी बनाने के मकसद से अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए अगले महीने किसी ‘तटस्थ व्यक्ति’ का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेशनल असेंबली के भंग होने की अधिसूचना संसद के निचले सदन का कार्यकाल पूरा होने से कुछ दिन पहले राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को भेजी जाएगी।

चुनाव के परिणाम पर नहीं उठा सके सवाल

उन्होंने कहा कि सहयोगी दलों, पीएमएल-एन के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता राजा रियाज के साथ विचार-विमर्श के बाद कार्यवाहक व्यवस्था पर सहमति बनेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पद पर किसी तटस्थ व्यक्ति को नियुक्त किया जाना चाहिए, ताकि कोई चुनाव के परिणाम पर सवाल नहीं उठा सके।