पाकिस्तान से आये टिड्डी दल बनारस पहुंचे, किसान चिंतित
पाकिस्तान से आये टिड्डी दल बनारस पहुंचे, किसान चिंतित 
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पाकिस्तान से आये टिड्डी दल बनारस पहुंचे, किसान चिंतित

Raftaar Desk - P2

वाराणसी, 25 जून (हि.स.)। पाकिस्तान से गुजरात के रास्ते आये टिड्डियों का दल गुरूवार को वाराणसी में मडराने लगा है। यह देख किसान चिंतित होने लगे हैं। पहले से ही प्राकृतिक आपदा का कहर झेल चुके किसान नई मुसीबत को लेकर परेशान हैं। वाराणसी और आसपास के इलाके में फसल खराब होने की संभावना भी गहराने लगी है। टिड्डियों को रोहनिया, मोहनसराय आदि इलाके में लंबी चौड़ी लाइन में आते देखा गया। वाराणसी के आसमान में टिड्डियों को मडराते देख कृषि विभाग के अफसर भी सतर्क हो गये हैं। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि वाराणसी में दो छोटे टिड्डी दल मिर्जापुर से आये हैं। राजा तालाब तहसील के गांवों से टिड्डी दल सदर तहसील के गांव चिरईगांव ब्लॉक की तरफ जा रही हैं। एक तीसरा दल जौनपुर जिले से आ कर पिंडरा तहसील में देखा गया है। यदि ये रात को जिले में कहीं भी सेटल होती हैं तो इनको दवाई स्प्रे करके मारने की प्रशासन की पूरी तैयारी है। इसके लिये फायर ब्रिगेड की गाडियां, दवाई, मैन्युअल स्प्रे पंप, की पर्याप्त व्यवस्था है। शाम लगभग 6 बजे की लोकेशन के अनुसार जानकारी करके रात 10 बजे के बाद स्प्रे करके टिड्डियों को मारने की कार्यवाही शुरू की जाएगी। स्प्रे पंप और सफाई कर्मी ब्लॉक से लिये जाएंगे। सभी एसडीएम, बीडीओ कृषि विभाग के अधिकारियों को लोकेशन ट्रेसिंग और ग्रामवासियों को प्रधानों के माध्यम से जागरूक करने के कार्य मे लगा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि टिड्डियों के हमले के कारण किसानों की फसल खराब हो रही है। टिड्डियों का यह दल मिर्जापुर से वाराणसी आ गया है। इनके आने से किसानों में चिंता का माहौल है। जिले के शहरी अंचल भोजूबीर, कचहरी, कैंट, पांडेपुर, पहड़िया दौलतपुर, नई बस्ती, सारनाथ, मुनारी आदि इलाके में टिड्डियों का दल देखा गया। टिड्डियों का दल उत्तर पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है। जिला प्रशासन के अफसरों ने पहले ही इनके आने की संभावना को देख बैठक किया था। अधिकारियों ने किसानों को सतर्क किया कि टिड्डियों के आक्रमण के समय किसान थाली, ढोल पीटकर उनका मुकाबला करें। इसके अतिरिक्त टिड्डियों के दल पर दवाइयों का छिड़काव करें। जिले के ग्रामीण अंचल में सब्जियों की फसल, नेनुआ, लौकी के साथ फूलों की खेती और धान के नर्सरी पर इनके हमले की सम्भावना है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in