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Nuh Violence: मोनू मानेसर की रिहाई की मांग को लेकर लोगों ने किया धरना प्रदर्शन, SDM को सौंपा ज्ञापन

गुरुग्राम, हि.स.। जेल में बंद मोनू मानेसर और अन्य सभी गौरक्षकों की रिहाई की मांग को लेकर आज लघु सचिवालय के समक्ष विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व गौरक्षक दल के सदस्यों ने धरना दिया। इस दौरान डीसी के प्रतिनिधि के रूप में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। कई साधु-संत भी धरने पर मौजूद रहे। इस दौरान नूंह के एसपी को सस्पेंड करने और पूरे घटनाक्रम की जांच एनआईए या सीबीआई से कराने की मांग की।

ज्ञापन देने से पूर्व मीडिया से बातचीत में बिट्टू बजरंगी ने कहा कि तुष्टिकरण के कारण विधायक को जमानत मिली है। मोनू मानेसर को जेल में रखा गया है। उन्होंने कहा कि मोनू मानेसर अगर बाहर नहीं निकाले गए तो हिंदू सडक़ों पर आएंगे। जिनकी मौत हुई है, उनके परिवार को एक-एक करोड़ रुपये व पेट्रोल पंप दिया जाए। अभी पुलिस, सरकार जांच की बात कह रही है। जांच कहां तक पहुंची, कोई जानकारी नहीं दी जा रही।

मोनू मानेसर की रिहाई की मांग

बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान कुलभूषण भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा, राजस्थान के बीच सौदेबाजी हुई है। जब पुलिस मोनू मानेसर को गिरफ्तार करके ले गई तो राजस्थान पुलिस को पूरी सूचना थी। पेशी के दौरान ही मोनू मानेसर को अदालत से राजस्थान पुलिस रिमांड पर ले गई। कुलभूषण भारद्वाज ने कहा कि गौरक्षकों को परेशान करना सही नहीं है। अपने धर्म पर चलते हुए सभी गौरक्षकों ने गौ माता की रक्षा की है। लगातार कर भी रहे हैं। गौकशी करने वाले फरार भी हो जाते हैं और पकड़े भी जाते हैं। उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि जिस विधायक ने हरियाणा की विधानसभा से उपद्रव फैलाने वाला भाषण दिया था, उसे कानून सजा देगा। हिंदू संगठनों ने कहा कि अगर जल्द ही मोनू मानेसर की रिहाई नहीं की गई तो संगठन बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे। मोनू मानेसर सहित अन्य गौ भक्तों को साजिश के तहत फंसाया गया है। मोनू मानेसर सहित अन्य गौ भक्तों को बचाने के लिए हिंदू समाज जल्द ही धर्म संसद करेगा और सड़को पर उतरकर आंदोलन करेगा। मेवात में हिंदुओं की हालत बद से बदत्तर होती जा रही है। अगर सरकार ने जल्द ही इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया तो मेवात की स्थिति कश्मीर जैसी हो जाएगी।

कानून सभी के लिए बराबर हो

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री के नाम डीसी को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि जब नूंह हिंसा के आरोपी विधायक मामन खान को जमानत मिल सकती है तो फिर मोनू मानेसर और अन्य गौरक्षकों को अब तक जेल में क्यों रखा गया है। कानून सभी के लिए बराबर होना चाहिए।

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