सामाजिक-समरसता-का-प्रतीक-है-मर्यादा-पुरुषोत्तम-भगवान-श्रीराम-का-जीवन
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सामाजिक समरसता का प्रतीक है मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन

Raftaar Desk - P2

प्रायः कहा जाता है कि जीवन हो तो भगवान श्रीराम जैसा। जीवन जीने की उच्चतम मर्यादा का पथ प्रदर्शक भगवान श्रीराम के जीवन पर दृष्टिपात करेंगे तो निश्चित ही हमें कई पाथेय दिखाई देंगे, लेकिन इन सबमें सामाजिक समरसता का आदर्श उदाहरण कहीं और दिखाई नहीं देता। अयोध्या के राजा क्लिक »-www.prabhasakshi.com