संत-श्री-रविदास-ने-सामाजिक-समरसता-के-लिए-अपना-जीवन-अर्पित-किया-था
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संत श्री रविदास ने सामाजिक समरसता के लिए अपना जीवन अर्पित किया था

Raftaar Desk - P2

“मन चंगा तो कठौती में गंगा”, ये कहावत आपने जरूर सुनी होगी। क्या आप जानते हैं ये कहां से आई, इसके पीछे एक दिलचस्प घटना है, जिसका संबंध मिलजुल कर रहने, भेदभाव मिटाने और सबके भले की सीख देने वाले सामाजिक समरसता के महान संत शिरोमणी श्री रविदास जी महाराज क्लिक »-www.prabhasakshi.com