वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक फॉरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भीमा कोरेगांव केस में गिरफ्तार हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों के खिलाफ सूबतों को मालवेयर के सहारे लैपटॉप में प्लांट किया गया था. बाद में यही लैपटॉप पुलिस ने सीज कर लिए. आर्सेनल कंसल्टिंग अमेरिका की डिजिटल फॉरेंसिक क्लिक »-hindi.thequint.com