(तृषा मुखर्जी) नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) महिलाओं की पंसद राजनीति के क्षेत्र में हमेशा से एक विवादित चीज रही है, लेकिन अनिंदिता घोष के प्रथम उपन्यास की काल्पनिक दुनिया में मीनाक्षी नाम के एक आदर्श देश में उन्हें जगह मिली है, जहां पितृसत्ता और इसके नियमों को दखल देने क्लिक »-www.ibc24.in