डब्ल्यूएमसीसी बैठक में भारत-चीन के बीच संचार मजबूत करने और कमांडर स्तर वार्ता जल्द कराने पर बनी सहमति
डब्ल्यूएमसीसी बैठक में भारत-चीन के बीच संचार मजबूत करने और कमांडर स्तर वार्ता जल्द कराने पर बनी सहमति 
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डब्ल्यूएमसीसी बैठक में भारत-चीन के बीच संचार मजबूत करने और कमांडर स्तर वार्ता जल्द कराने पर बनी सहमति

Raftaar Desk - P2

नई दिल्ली, 30 सितम्बर (हि.स.)। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि भारत-चीन सीमा मामलों के परामर्श और समन्वय तंत्र (डब्ल्युएमसीसी) की 19वीं बैठक में वरिष्ठ कमांडरों की पिछली बैठक के बाद जारी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में उल्लिखित कदमों को लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया ताकि गलतफहमी से बचा जा सके और जमीन पर स्थिरता बनाए रखी जा सके। इस संदर्भ में दोनों पक्षों द्वारा विशेष रूप से जमीनी कमांडरों के बीच संचार को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार भारत-चीन सीमा मामलों पर बने परामर्श और समन्वय तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की 19वीं बैठक बुधवार को आयोजित की गई। इसमें भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने किया और चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और महासागरीय विभाग के महानिदेशक ने किया। विज्ञप्ति के अनुसार दोनों पक्षों ने राजनयिक और सैन्य स्तर पर करीबी परामर्श जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। इस संबंध में वे इस बात पर सहमत हुए कि वरिष्ठ कमांडरों की बैठक का अगला (7 वां) दौर जल्द आयोजित किया जाना चाहिए। इसके माध्यम से दोनों पक्ष मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार एलएसी के साथ लगती अग्रिम चौकियों पर सैनिकों को पीछे हटाने की दिशा में काम कर सकेंगे और सीमा पर शांति और सामान्य स्थिति बहाल होने की दिशा में प्रयास होंगे। मंत्रालय के अनुसार दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की और 20 अगस्त को डब्ल्यूएमसीसी की पिछली बैठक के बाद के घटनाक्रम पर खुलकर और विस्तृत चर्चा की। दोनों पक्षों ने इस महीने की शुरूआत में आयोजित रक्षा और विदेश मंत्रियों की बैठकों के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि दोनों विदेश मंत्रियों के बीच समझौते को एलएसी के साथ सभी टकराव के स्थानों पर सैनिकों को पीछे हटाने के लिए ईमानदारी से लागू किया जाना चाहिए। इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से भी इसी तरह का वक्तव्य आया था। इसमें कहा गया था कि दोनों पक्षों ने बैठक में राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से बातचीत और परामर्श जारी रखने और जितनी जल्दी हो सके कमांडर-स्तरीय वार्ता के सातवें दौर की बैठक करने पर सहमति व्यक्त की है । हिन्दुस्थान समाचार/अनूप-hindusthansamachar.in