जेईई-एडवांस्ड में जीत का स्वर्णिम अवसर
जेईई-एडवांस्ड में जीत का स्वर्णिम अवसर  
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जेईई-एडवांस्ड में जीत का स्वर्णिम अवसर

Raftaar Desk - P2

कोटा, 22 सितम्बर (हि.स.)। देश की 23 आईआईटी में एडमिशन के लिये 27 सितंबर को होने वाली जेईई-एडवांस्ड,2020 परीक्षा का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। इस वर्ष आईआईटी की लगभग 14500 सीटों के लिये 1,60,864 विद्यार्थियों ने पंजीयन करवाया है। अर्थात् एक सीट के लिये मात्र 10 से 11 विद्यार्थी मुकाबले में रहेंगे। यह परीक्षा पूरी तरह कंसेप्चुअल होती है। इसलिये अंतिम दिनों में सटीक रणनीति बनाकर पेपर दें जिससे सफलता आपके नाम हो। मैथ्स गुरू एवं न्यूक्लियस एजुकेशन के निदेशक अमरनाथ आनंद से जानिये सक्सेस मंत्र- नींद का साइकिल: परीक्षा से कुछ दिन पहले अपनी कार्यक्षमता बढाने के लिये विद्यार्थी नींद का प्रभावी पैटर्न लागू करें। जिससे सुबह 9 से 12 बजे तक एवं दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक दक्षता बनाये रखने के लिये अंतिम 5 दिनों में रात 10 बजे सोकर सुबह 6 बजे उठने का अभ्यास करें। इससे नई एनर्जी मिलेगी। फूड हेबिट्स: गर्मी को देखते हुये विद्यार्थी संतुलित डाइट लें। फल, सलाद, जूस, पानी, केले आदि का सेवन करते रहें। फास्ट फूड व तले हुए खाद्य पदार्थ सेवन नहीं करें। सिलेबस से घबराएं नहीं: जेईई-एडवांस्ड की तैयारी करते हुये सिलेबस से जो छूट गया, उससे बिल्कुल नहीं घबराएं। क्योंकि पेपर हल करते समय भी कुछ प्रश्न छूट जाते हैं। चिंतित होने से बेहतर है कि जो आपने कवर किया है, प्रेक्टिस की है, उस पर फोकस करके दृढ़निश्चय के साथ पेपर हल करें। टाइम मैनेजमेंट: पेपर हल करते समय फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स तीनों सब्जेक्ट में टाइम मैनेजमंेट का पूरा ध्यान रखें। सब्जेक्ट की जगह प्रश्नों को मैनेज करें। इससे आपका स्कोर बढ़ जाएगा। प्रत्येक सब्जेक्ट में कुछ टॉपिक कठिन व ट्रिकी होते हैं। ऐसे प्रश्नों को शुरू में छोड दें और अंत में उन्हें हल करें। याद रखें, किसी भी प्रश्न को 3 से 5 मिनट से अधिक समय नहीं दें। पेपर के निर्देश देखें: कम्प्यूटर बेस्ड पेपर के सभी निर्देेशों को ध्यान से पढें़। किसी प्रश्न को हल करते समय उसे सावधानी से पढें़, किसी महत्वपूर्ण सूचना की अनदेखी न करें। प्रत्येक प्रश्न में सही कंसेप्ट व फॉर्मूला अपनाएं। कई बार विद्यार्थी ऐसे फार्मूला का प्रयोग कर लेते हैं जो उस प्रश्न में दी गई शर्तों पर लागू ही नहीं होता है। केलकुलेशन सही ढंग से करें और विकल्प देखें। प्रत्येक प्रश्न को हल करते समय एकाग्रता बनाये रखें। धैर्य की परीक्षा: पेपर देते समय विद्यार्थी के धैर्य की भी परीक्षा होती है। शांत व धैर्य के साथ प्रश्नों को हल करते चलें। एक प्रश्न सॉल्व नहीं होने पर चिंतित होने या आक्रोश में आने से अगले प्रश्नों पर इसका प्रभाव पड़़ता है। इसलिये हर मिनट कूल रहें। अंतराल में यह ध्यान रखें: पेपर-1 व पेपर-2 के बीच ढाई घंटे के अंतराल में पेपर से संबंधित किसी भी चर्चा में शामिल नहीं हों। दूसरा पेपर भी आप पहली बार दे रहे हैं, इसलिये उसमें भी 100 प्रतिशत करें। स्वयं को कूल रखें। याद रखें, जेईई-एडवांस्ड परीक्षा का दिन व पेपर सभी के लिये एक समान है। इसलिये किसी अन्य दया पर निर्भर नहीं रहें, पूरे आत्मविश्वास के साथ पेपर देने पहुंचे। शांत मन से अपनी क्षमता व रणनीति पर फोकस करें। कोरोना के बावजूद विजय का विश्वास लेकर सावधानी से पेपर देने पहुंचे। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/ ईश्वर-hindusthansamachar.in