चहुंमुखी विकास, सुशासन व कुशल नेतृत्व में दोबारा बनेगी योगी सरकार : डा. अवधेश सिंह
चहुंमुखी विकास, सुशासन व कुशल नेतृत्व में दोबारा बनेगी योगी सरकार : डा. अवधेश सिंह  
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चहुंमुखी विकास, सुशासन व कुशल नेतृत्व में दोबारा बनेगी योगी सरकार : डा. अवधेश सिंह

Raftaar Desk - P2

राममंदिर का निर्माण चुनावी दृष्टि से नहीं अवाम के भावनाओं पर हो रहा : डा.अवधेश सिंह -पिंडरा विधानसभा में साढ़े तीन साल में हुए बड़े कार्य,पिछली सरकारों के कठिन कार्य जमीन - अधिग्रहण में 06 सालों से लंबित बकाये 250 करोड़ के मुआवजे को किसानों को दिलाया - खम ठोंका,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में दोबारा जीत दर्ज करेंगे,प्रदेश में भी बहुमत से बनेंगी सरकार वाराणसी,11 सितम्बर (हि.स.)। लगभग डेढ़ साल बाद योगी सरकार को जनता की अदालत में पेश होगी, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के आठों विधानसभा क्षेत्र में विधायक और मंत्रियों ने सरकार और पार्टी के कितने वादों को जमीन पर उतारा। कौन से वादे साढ़े तीन साल में भी पूरे नहीं हुए या उसमें कोई खास प्रगति नहीं हुई, उनके विकास कार्यो, उपलब्धियों को परखने के लिए 'हिन्दुस्थान समाचार' ने खास अभियान चलाया है। अभियान में चुनिंदा सवालों को लेकर प्रतिनिधि श्रीधर त्रिपाठी ने सहयोगी विजय शंकर गुप्ता के साथ विधानसभा पिंडरा (संख्या 384 )के भाजपा विधायक डा.अवधेश सिंह से खास बातचीत की। साढ़े तीन सालों में विधानसभा क्षेत्र में जमीन पर दिखने वाले विकास कार्यो के सवाल पर आत्म विश्वास से लबरेज विधायक ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद ही उन्होंने 06 वर्षो से लम्बित ऐसे कार्य को पूरा किया, जिसे पिछली सरकार नहीं कर पाई। किसानों के हित की बात करने वाले नेता भी इस कार्य से बचते रहे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में बाबतपुर, कपसेठी होते हुए भदोही मार्ग के लिए किसानों की अधिग्रहित जमीनों के मुआवजे का संकट कई वर्षो से बना हुआ था। मुआवजे के लिए क्षेत्रीय किसानों ने कई बार आन्दोलन किये, लेकिन तत्कालीन केन्द्र सरकार में कांग्रेस के नेता और किसान हित का दावा करने वाले प्रदेश में सपा—बसपा के नुमाइंदे इसका समाधान नहीं कर पाये। किसानों की इस पीड़ा को अपना समझते हुए वाराणसी में आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिया कि प्रकरण की जानकारी कर सर्वे कराये। अधिकारियों ने प्रकरण की जानकारी कर मुख्यमंत्री को पूरी बात बताई। इसके बाद मुख्यमंत्री की पहल पर 250 करोड़ की मुआवजे की धनराशि पास हो गई। और यह धनराशि विधायक के प्रयास से किसानों तक पहुंच गई। विधायक डा. सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार बनारस के विकास के लिए जमीन तलाश रही थी। मैंने प्रस्ताव दिया कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में जमीन उपलब्ध है, जो अन्य क्षेत्र के मुकाबले महंगी भी नहीं है। फिर मैंने नागेपुर में किसानों की तालाब, ऊसर, बंजर जमीन योजना के लिए अधिग्रहित कराकर उन्हें मुआवजा दिला दिया। यह देख अन्य किसानों में भी जमीन अधिग्रहण कराने के लिए होड़ मच गई। लगभग 400 करोड़ का मुआवजा दिलाया गया। विधायक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहले कार्यकाल में तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह अब रक्षामंत्री पिंडरा क्षेत्र में सीआईएसएफ के बेस कैंप के लिए जमीन की तलाश अफसरों से करा रहे थे। मैंने इसके लिए भी जमीन उपलब्ध करा दी। लेकिन बाद में चौबेपुर रजवाड़ी में बेस कैंप के लिए जमीन उपलब्ध करा दी गई। डा. सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में 250 एकड़ जमीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक केन्द्र के लिए उपलब्ध कराया है। इस केन्द्र से क्षेत्रीय लोगों के साथ मझोले कारोबारियों को भी रोजगार मिलेगा। वहीं, केन्द्र और प्रदेश सरकार के लिए पर्यटन की दृष्टि से भी अच्छी पहल है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में 800 करोड़ की लागत से अटल आवासीय योजना के लिए काम चल रहा है। क्षेत्र में अगलगी की घटनाओं को देख रघुनाथपुर में फायर ब्रिगेड भवन के लिए शिलान्यास लगभग 12 करोड़, पिंडरा में नया थाना बनवाने, फूलपुर और बड़ागांव में थाना परिसर का मरम्मत कार्य क्रमश 1.50 करोड़, तीन करोड़, गरथमा में आईटीआई कालेज की स्थापना, बाबतपुर में एयरोब्रिज का निर्माण कार्य उनके साढ़े तीन साल के बड़े कार्यो में है। इसके अलावा उन्होंने विधायक निधि से कार्य कराया है। केन्द्र और राज्य सरकार के योजनाओं को जमीन पर उतार कर पात्र लाभार्थियों तक इसे पहुंचाया है। क्षेत्र की विधवा औरतों के लिए वस्त्र वितरण कर आर्थिक मदद की है। स्वच्छ भारत अभियान में क्षेत्र में शौचालय निर्माण का जाल बिछाकर महिलाओं और बच्चों को मानसिक और शारीरिक पीड़ा कम किया है। महिलाओं के इस तनाव और पीड़ा को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को ही संकल्प लिया था। उन्होंने बताया कि चुनाव लड़ने के समय ही मैंने कहा था कि क्षेत्र के लिए बड़ा कार्य करूंगा। उसे पूरा कर दिखाया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना, सौभाग्य योजना, आयुष्मान योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सिंचाई योजना, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री कर्मयोगी मानधन योजना सहित अन्य योजनाओं को जमीन पर उतार कर पात्र लोगों को इसका लाभ दिलाया है और दिलाने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कोरोना संकट काल का उल्लेख कर कहा कि इससे कुछ विकास कार्यो को समय से पूरा होने में समय लगा है। लेकिन अब विकास कार्य निर्बाध गति से हो रहे है। उन्होंने पूरे आत्मविश्वास से कहा कि अपने स्वयं के कार्यो के दम पर और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पारदर्शी चहुंमुखी विकास, सुशासन, कुशल नेतृत्व में दोबारा जीत दर्ज करेंगे और प्रदेश में भी बहुमत से सरकार बनेगी। 'योगी सरकार ने चुनावी घोषणापत्र के किन-किन वायदों को पूरा किया है?' आपने किन वायदों को पूरा किया है। कौन सा वायदा पूरा होने के कगार पर है? के सवाल पर विधायक ने कहा कि सरकार ने लगभग सभी वादों को जमीन पर उतार दिया है। जो बचे है उसे भी जमीन पर उतारने के लिए कार्य हो रहा है। मेरे विधानसभा क्षेत्र में भी घोषणा पत्र के वादों को जमीन पर उतार कर पात्रों तक लाभ पहुंचाया गया है। 'अयोध्या में जन्मस्थान पर भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है, विधानसभा चुनाव में इसका कितना असर होगा', के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव की दृष्टि से यह कार्य नहीं हो रहा। लोगों के भावनाओं का आदर के लिए यह कार्य हो रहा है। भगवान राम आस्था के प्रतीक है। देश की अवाम चाहती थी कि मंदिर बने। उन्होंने कहा कि भाजपा वोट की राजनीति नहीं करती। भाजपा 'सबका साथ, सबका विकास के लिए काम करती है। यहीं बातें भाजपा को अलग बनाती है। उन्होंने कहा कि किसी ने सोचा था कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को हटाया जा सकता है। विरोधी लोग कहते थे कि देश जल जायेगा। लेकिन क्या हुआ,देश ने इसका स्वागत किया। इस कार्य का विरोध ऐसे लोगों ने किया जो देश को खंडित करना चाहते थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों का भरोसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में है। योगी सरकार पर पिछले कुछ समय से लगातार खास जाति विरोधी होने के लग रहे आरोपों को विधायक ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि छोटी मानसिकता के लोग ये बातें कर रहे है। ये ऐसे लोग हैं जो अपने घरों में विचार प्रकट नहीं कर पाते होंगे। यह विरोध मायने नहीं रखता। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि देश में जाति नाम की कोई बात ही न हो, जाति का अपराधी है तो कार्यवाही होगी ही। कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहे विरोधी दलों के नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए विधायक ने कहा कि पिछली सरकारों में कानून व्यवस्था का क्या हाल रहा। बच्चा, स्कूल जा रहा है तो शाम को लौटेगा कि नहीं,व्यापारी दुकान से घर सकुशल आ पायेगा कि नहीं,ये हालात थे। भ्रष्टाचार की हालत भी छिपी नहीं रही। उन्होंने कहा कि आज किसी गांव में खेत के विवाद में दो भाई लड़ते हैं,लाठी डंडा चलता है,दुर्भाग्यवश एक की मौत हो जाती है। यह अपराध नहीं है। उन्होंने दावा किया कि पूरे प्रदेश में पेशेवर अपराध,अपहरण,भाड़े पर हत्याएं नहीं हो रही। प्रदेश में संगठित अपराध कम हो रहे हैं। योगी सरकार में बदमाशों पर कार्यवाही हो रही है। पिंडरा विधानसभा का इतिहास विधानसभा पिंडरा को पहले 1952 में जब पहला चुनाव हुआ तो ‘वाराणसी पश्चिम’ कहा जाता था। बाद में विधानसभा क्षेत्र का नाम ‘कोलअसला’ हो गया जो 2007 तक रहा। इसके बाद नए परिसीमन के बाद 2012 में इसका नाम पिंडरा विधानसभा हो गया। कुर्मी बहुल क्षेत्र में सीपीआई के उदल अब नहीं रहे यहां से नौ बार विधायक रहे। उनका गढ़ 1996 में तब भाजपा के अजय राय अब कांग्रेस ने ढहाया था। अजय राय यहां से सपा और निर्दलीय भी चुनाव जीत चुके हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लहर में अजय राय को डा.अवधेश सिंह ने पटखनी दे दी। डा.अवधेश का पिंडरा में सियासी सफर आसान नहीं रहा। यहां से वे पूर्व में भी चुनाव लड़ चुके है। लेकिन जीत कुछ कदम पर ही ठहर जाती थी। क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति का लाभ डा.अवधेश को वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मिला। अब इसे कायम रखना उनके लिए भी बड़ी चुनौती है। लोकसभा 2019 के चुनाव में यहां 3,47550 मतदाताओं ने भागीदारी की। खास बात यह है कि लोकसभा चुनाव में यहां के मतदाता मछली शहर संसदीय सीट के लिए मतदान करते है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ढहाया सपा बसपा का किला वाराणसी जिले में शहर उत्तरी,दक्षिणी और कैंट विधानसभा भाजपा के गढ़ के रूप में जानी जाती है। बाकि विधानसभा क्षेत्रों पर सपा बसपा कांग्रेस का कब्जा रहता था। लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऐतिहासिक रोड शो और शहर में प्रवास के बाद तस्वीर बदल गई। संसदीय क्षेत्र की आठों सीट भाजपा और उसके गठबंधन दल अपना दल एस,सुभासपा के झोली में आ गई। नये परिस्थिति में सुभासपा की राहे भाजपा से जुदा हो गई है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/राजेश-hindusthansamachar.in