मुंबई, 18 अप्रैल (भाषा) गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) ने भारतीय रिजर्व बैक से सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) के ऋण की एकबारगी पुनर्गठन योजना को 31 मार्च, 2022 तक बढ़ाने का आग्रह किया है। एनबीएफसी का कहना है कि एमएसएमई क्षेत्र अभी तक अपने कारोबार को उबार नहीं सका क्लिक »-www.ibc24.in