नयी दिल्ली, आठ मार्च (भाषा) सबूतों के अभाव में मामले बंद हो जाने के कारण बाल यौन उत्पीड़न के रोजाना चार पीड़ित न्याय से वंचित हुए हैं। एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया हैं ‘कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन’ (केएससीएफ) ने ‘पुलिस द्वारा मामलों के निपटारे का तरीका: पॉक्सो क्लिक »-www.ibc24.in