up-farmers-lying-on-the-track-in-modinagar-stones-laid-in-muradnagar
up-farmers-lying-on-the-track-in-modinagar-stones-laid-in-muradnagar 
देश

उप्र : किसानों ने मोदीनगर में ट्रैक पर लेटे किसान, मुरादनगर में रखे पत्थर

Raftaar Desk - P2

-गाजियाबाद के रेलवे स्टेशनों पर रही कड़ी सुरक्षा गाजियाबाद,18 फरवरी (हि.स.)। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलनरत किसान पुलिस प्रशासन की सख्ती के कारण गुरुवार को अपने 'रेल रोको' ऐलान के तहत कुछ अधिक विरोध नहीं कर पाए, लेकिन किसान मोदीनगर स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर कब्जा करते हुए उस पर लेट गए और रेलवे ट्रैक पर पत्थर रख दिये। मोदीनगर रेलवे स्टेशन पर आज दिन निकलते ही किसानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका था। दोपहर तक सैकड़ों की संख्या में किसान मोदीनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंच चुके थे। किसान पटरी पर बैठ गए तो कुछ किसान पटरियों पर लेट गए। इस दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने यहीं पंचायत की। मुरादनगर में युवा किसानों के एक जत्थे ने गंग नहर पर रेल के पुल से आगे ट्रेन की पटरियों को अवरुद्ध कर दिया। यहां किसानों ने ट्रेन को रोकने के लिए पटरी पर पत्थर रख दिए। सूचना मिलने पर एसडीएम सदर डीपी सिंह, डीएसपी केएन पांडेय और थाना प्रभारी अमित कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाकर वापस भेजा। लगभग 2:00 बजे यहां से इंटरसिटी सुपरफास्ट ट्रेन को गुजरना था। किसान संगठनों के गुरुवार को ‘रेल रोको' आंदोलन की घोषणा को देखते हुए पुराना गाजियाबाद रेलवे स्टेशन सहित जिले में पड़ने वाले सभी स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। आरपीएफ, जीआरपी के अलावा स्थानीय पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी स्टेशनों पर मौजूद रहे। किसानों के ‘रेल रोको' आंदोलन को देखते हुए जिले को 11 सेक्टर, छह जोन में बांटा गया था और हर सेक्टर व जोन में मजिस्ट्रेट ड्यूटी लगाई गई थी। दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में देश भर में ‘रेल रोको' का ऐलान किया था। हालांकि, 26 जनवरी की घटना के बाद से किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने का ऐलान किया था लेकिन सुरक्षा को लेकर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कोई कोताही नहीं बरती। पुराना गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर एडीएम सिटी एसके सिंह, सीओ अभय मिश्रा, आरपीएफ प्रभारी पीके नायडू, जीआरपी प्रभारी अभिराय ने कमान संभाल रखी थी। अधिकारियों ने स्टेशन परिसर का निरीक्षण भी किया। हालांकि, किसान पुराने रेलवे स्टेशन पर नहीं पहुंचे। पुराना रेलवे स्टेशन के अलावा साहिबाबाद, विवेक विहार, चिपियाना, नया गाजियाबाद, गुलधर, मुरादनगर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ,जीआरपी के अलावा रेलवे की स्पेशल फोर्स के जवान तैनात रहे। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के लिए रेलवे की स्पेशल फोर्स की एक कंपनी तैनात रही। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली/रामानुज-hindusthansamachar.in