हमारे शरीर पर खान-पान के अलावा मौसम और जलवायु का भी प्रभाव पड़ता है। इसलिए किसी एक मौसम में कोई एक दोष बढ़ता है तो कोई दूसरा शांत होता है। जबकि दूसरे मौसम में कोई अन्य दोष बढ़ता घटता रहता है। आयुर्वेद में भी बताया गया है कि आपकी सेहत क्लिक »-www.prabhasakshi.com