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आधुनिक कृषि संयंत्र के इस्तेमाल और समय पर भुगतान से लौटेगी गन्ना किसानों की मुस्कान - तारकिशोर

Raftaar Desk - P2

पटना, 22 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि गन्ना की खेती एवं उसपर आधारित चीनी उद्योग एक दूसरे के पूरक हैं। आधुनिक तकनीक से गन्ना की खेती को प्रोत्साहित करने, गन्ना किसानों को उनके उत्पादन का बेहतर मूल्य दिलाने एवं समय पर भुगतान से किसानों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि आएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। पटना में राज्यस्तरीय गन्ना किसान संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए प्रसाद ने कहा कि पेराई सत्र में 2021-22 में गन्ना किसानों द्वारा आपूर्ति किए गए गन्ने का मूल्य का 92 प्रतिशत राशि का भुगतान चीनी मिल प्रबंधन द्वारा किया गया है। इस सत्र के लिए उत्तम एवं सामान्य प्रभेद के गन्ने पर 20 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि गन्ना उद्योग विभाग और कृषि विभाग के संयुक्त प्रयास से कृषकों को कम लागत पर अधिक आय एवं उत्पादन प्राप्त करने में संबलता प्रदान करने के लिए गन्ना के साथ अन्य फसलों की अंतरवर्ती खेती हेतु योजना चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि गुड़ आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए नई गुड़ प्रोत्साहन नीति तैयार करने की दिशा में प्रयत्न किए जा रहे हैं। उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि गन्ना की खेती और चीनी उद्योग को और लाभकारी बनाने के लिए इसके बाई-प्रोडक्ट के समुचित उपयोग के प्रयास किए जाएंगे। गन्ना से इथेनॉल बनाने की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने वर्ष 2006 में ही तत्कालीन केंद्र सरकार के पास गन्ना से इथेनॉल बनाने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन उसे अस्वीकृत कर दिया गया था, लेकिन अब बड़े पैमाने पर इथेनॉल उत्पादन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। 17 इथेनॉल उत्पादन इकाइयों को स्वीकृति मिली है। --आईएएनएस एमएनपी/एएनएम