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देश

सेवा भारती की मुहिम शहरों से गांव तक बचा रही लोगों की जिंदगी

Raftaar Desk - P2

- अब तक 7572 जरुरतमंदों को भोजन, 5,878 लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा उपलब्ध कराया राजेश पाण्डेय देहरादून, 30 मई (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का समविचारी संगठन सेवा भारती कोरोना की महाजंग में लोगों की मदद कर रहा है। संघ के हजारों स्वयंसेवकों के अथक प्रयास से प्लाज्मा दान, आइसोलेशन केंद्र, ऑक्सीजन सिलेंडर, भोजन सामग्री मुहैया करा कर लोगों की जिंदगी बचाई जा रही है। देहरादून में झुग्गी-झोपड़ियों से लेकर राज्य के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र के गांवों में मानवता की सेवा से लोगों की उम्मीदें बनी हुई है। सेवा ही संकल्प के दायित्व को कार्यकर्ता रात-दिन समर्पण के साथ कारवां को अनवरत जारी रखे हुए हैं। एक पखवाड़े से ज्यादा समय से सेवा भारती के बैनर तले आरएसएस के आनुषांगिक संगठनों के स्वयंसेवक कोरोना की लड़ाई में पीड़ित लोगों को खाना, उपचार सहित जरुरतमंदों की अधिक से अधिक आवश्यक्ता को पूरी करने में टीम भावना के साथ सफलता पूर्वक कार्य को अंजाम दे रहे हैं। स्वयंसेवक सेवा कार्यों को युद्ध स्तर पर चला कर संकट के काल में लोगों के चेहरे पर मुस्कान के लिए लिए उम्मीद बने हुए हैं। सेवा भारती की ओर से टीमें आमजन के साथ-साथ प्रशासन को भी शहर के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं। इसके लिए क्षेत्रवार अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं। इस दौरान विविध प्रकार के सेवा प्रकल्प के कड़ी में सहयोग किया जा रहा है। कोरोना से लड़ाई में सरकार के साथ सहयोगी संस्था के रूप में काम कर रही। नियमित रूप से वैक्सीनेशन और तमाम सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना से महाजंग में समन्वित प्रयासों के बूते जीत दर्ज की जा सके। इसके परिणाम स्वरूप अब दिन प्रतिदिन मरीजों की संख्या में कमी होने के साथ-साथ अस्पतालों में खाली बेड की संख्या बढ़ रही है। आरएसएस के प्रांत प्रचारक युद्धवीर कुमार संक्रमण काल के शुरुआती दौर से ही प्रांत कार्यालय से स्वयं मरीजों को बेड से लेकर संघ सेवा कार्यो की चिंता में पूरी शिद्दत से जुटे हुए हैं। इसके लिए लगातार वे बैठकों से लेकर सेवा टीम से सम्पर्क स्थापित कर सेवा मुहिम को अमलीजामा पहुंचाना उनके दैनिक कार्य का हिस्सा बना हुआ है। हेल्पलाइन से 5581 लोगों को मदद पहुंचाई संघ की ओर से पिछले एक सप्ताह में प्रदेश के 20 स्थानों से 246 लोगों का प्लाजमा और 347 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। ऑक्सीजन सिलेंडर 89 और ऑक्सीजन 39 व ऑक्सीमीटर 350 लोगों को उपलब्ध कराए गए। हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से 5581 लोगों को मदद पहुंचाई गई। इसके अलावा 21 स्थानों पर 1728 लोगों को टीकारण लगवाने का कार्य किया गया। वहीं 201 सक्रिय चिकित्सकों के जरिए 7148 लोगों को उपचार की सुविधा मुहैया कराई गई। आठ स्थानों पर 55 लोगों का दाह संस्कार राज्य में अंत्यसंस्कार में सेवा के तहत आठ स्थानों पर 55 लोगों का दाह संस्कार किया गया। शव संस्कार के लिए 180 क्विंटल लकड़ी उपलब्ध कराई गई। इसके साथ ही तीन स्थानों पर शव वाहन को भी चलाया जा रहा है। बंदी के समय में 7572 लोगों को भोजन पैकेट वितरित किए गए। राज्य के 19 शहरों में कोविड केयर सेंटर में 177 कार्यकर्ताओं ने प्रशासन का सहयोग किया। कोरोना से बचाव के लिए 58 सौ 78 लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा वितरण किया गया। वहीं 69 लोगों को अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध कराई गई। गणवेश पहनने के बजाए जिंदगी बचाने पर पूरा ध्यान:संजय कुमार आरएसएस के प्रांत सह प्रचार प्रमुख संजय कुमार ने बताया कि संघ कार्यकर्ता सेवा भारती के बैनर तले देश के साथ ही उत्तराखंड प्रांत में भी महामारी में सेवा कार्य को बड़े स्तर पर चला रहे हैं। संगठित इकाई तैयार कर कार्यकर्ता सम्मिलित प्रयास से मलिन बस्तियों और सुदूर गांवों में अधिकाधिक सेवा कार्य को पहुंचाने की सार्थक प्रयास जारी है। इस बार सेवा कार्य के दौरान गणवेश पहनने के बजाए लोगों की जिंदगी बचाने पर पूरा ध्यान है। हर आठवें दिन पर सेवा कार्य की जानकारी ली जाती है ताकि आगे किस प्रकार का सेवा की जरूरत है, इस पर कार्य किया जा सके। हिन्दुस्थान समाचार