दधिबल यादव अल्मोड़ा/देहरादून, 14 जनवरी (हि.स.)। उत्तराखंड के पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को अल्मोड़ा जिले को 564.95 लाख की विभिन्न योजनाओं की सौगात दी। अल्मोड़ा के विकास भवन में पर्यटन एवं सिंचाई महकमे के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास के लिए आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनता एवं विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन विकास योजनाओं के लिए 8803 करोड़ के कार्य 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत प्रस्तावित किए गए हैं। राज्य में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ सभी 13 जनपदों में थीम बेस्ड नये गन्तव्य स्थल विकसित किए जाने की योजना पर प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। इसके साथ ही बहुद्देशीय जमरानी बांध परियोजना के निर्माण का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के लिए भी सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने पर्यटन सुविधाओं के कार्यों, ग्रामीण पर्यटन उत्थान योजना के अंतर्गत ग्राम मावड़ा के 48 लाख 57 हजार के विकास कार्यों, भतरौंखान में 1 करोड़ 71 लाख 10 हजार रुपये की लागत से निर्मित पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण करने के साथ-साथ नाबार्ड के अंतर्गत भैंसियाछाना विकासखंड में सिंचाई विभाग की 1 करोड़ 60 लाख 99 हजार रुपये की लागत से तड़खेत नहर की पुनर्स्थापना एवं जीर्णोद्धार योजना, त्रिमैली, नौगांव नहर की 1 करोड़ 84 लाख 28 हजार की योजना का भी शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य में साहसिक पर्यटन को सुव्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए रिवर राफ्टिंग के आर्थिक एवं पैराग्लाइडिंग के लिए पर्यटन विभाग लगातार कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन विकास के लिए करोड़ों रुपये के कार्य प्रस्तावित हैं। चार धाम यात्रा को सुव्यवस्थित एवं सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की स्थापना की गई है। केदारनाथ में श्रीकेदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना करने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों के लिए सीएसआर एवं अन्य मदों से 300 करोड़ रुपये के कार्य प्रथम चरण में पूर्ण कर लिए गए हैं, जबकि द्वितीय चरण में 107 करोड़ के कार्य किए जा रहे हैं। सतपाल महाराज ने कहा कि राज्य में तीर्थाटन एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवग्रह सर्किट का निर्माण किया जा रहा है। इसके अंतर्गत अल्मोड़ा जनपद के जागेश्वर मंदिर को शिव सर्किट, चितई गोलज्यू मंदिर, बिनसर में गैराड गोलज्यू मंदिर को नागराजा एवं गोलज्यू मंदिर सर्किट में, छत्तगुला (द्वाराहाट) स्थित बद्रीनाथ मंदिर और नाराय काली (बारमण्डल) के राम मंदिर को विष्णु, राम एवं नरसिंह मंदिर सर्किट में शामिल करने के साथ-साथ मानिला में मानिला देवी, कटारमल में सूर्य देव मंदिर, विजयपुर (द्वाराहाट) खलबाग स्थित पौराणिक महत्व के शनिदेव मंदिर को नवग्रह सर्किट में शामिल किया गया है। राज्य में धार्मिक सर्किटों की श्रृंखला बनने से पर्यटन और तीर्थाटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध होने के अलावा प्रदेश की आर्थिकी में भी वृद्धि हो सकेगी। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा केदारनाथ धाम स्थित शिवपुरी में मंदाकिनी नदी के पुनर्निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और नमामि गंगे योजना के अंतर्गत स्नान घाटों के निर्माण का कार्य भी प्रगति पर है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में लघु सिंचाई कार्यक्रमों के तहत नवंबर 2020 तक 770 किमी सिंचाई गूल निर्माण के साथ-साथ 2161 सिंचाई हौज, 4 यूनिट हाईड्रम 109 आरटीजन कूप तथा 945 पम्मसैट की स्थापना कर 17525 हेक्टेयर सिंचन क्षमता को सृजित किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में इसका लाभ उठाकर आज स्थानीय कृषक फल सब्जी एवं नकदी फसलों का उत्पादन कर अतिरिक्त लाभ कमा रहे हैं। महाराज ने कहा कि कोरोना के चलते लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से जूझ रहे प्रदेश के 2317 लोक कलाकारों एवं ढोल-दमाऊ वादकों को जिला अधिकारियों के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान करने के अलावा उनके मानदेय एवं यात्रा भत्ते में भी दोगुनी वृद्धि की गई है। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in