नई दिल्ली, 29 दिसम्बर (हि.स.) । केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए डॉ बीआर अंबेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जालंधर में शैक्षणिक भवन, छात्र कल्याण केंद्र और छात्र-छात्राओं के छात्रावासों का उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, "एनआईटी जालंधर शिक्षण और अनुसंधान के सबसे अधिक आकर्षक केंद्रों में से एक है, जहां आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, सक्षम फैकल्टी, बेहतरीन शैक्षणिक प्रक्रिया और अनुसंधान के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। संस्थान बीटेक, एमटेक, एमएससी, एमबीए और पीएचडी कार्यक्रमों के माध्यम से इंजीनियरिंग, तकनीकी और विज्ञान जैसे विषयों नौ बीटेक और एमटेक कार्यक्रमों के साथ ही दो साल के नियमित गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान विभाग में एमएससी और दो साल का ह्यूमनिटीज और प्रबंधन में एमबीए कार्यक्रम भी उपलब्ध करवाता है। उन्होंने कहा कि यह बेहद हर्ष की बात है कि यहां पर नए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग ब्लॉक का निर्माण हो रहा है जहां पर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन विभाग के साथ साथ इंस्ट्रूमेंटेशन एवं कंट्रोल विभाग भी होगा। इसके साथ ही यहां पर भव्य छात्रावासों का भी निर्माण कार्य जोर शोर से चल रहा है। निशंक ने कहा कि कोई भी शिक्षण संस्थान शिक्षण के लिए ही होता है लेकिन सभी पढाई कक्षाओं में नहीं होती। कुछ गैर-शैक्षणिक गतिविधियां भी होती है जिससे छात्रों के अन्य टैलेंट के बारे में भी पता चलता है। इसी को ध्यान में रखते हुए संस्थान में छात्र कल्याण केंद्र बनाया जा रहा है जिससे लगभग 5000 छात्र लाभान्वित होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एनआईटी जालंधर जैसे संस्थान न केवल भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, बल्कि दुनिया के अन्य देशों को भी आधुनिक कौशल प्रदान करने के लिए वैश्विक हब के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। संस्थान को समाज की आज की जरूरतों को पूरा करने के लिए 3 एस - स्किल, स्केल और स्पीड - पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस अवसर पर संस्थान के बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स के अध्यक्ष सुभाष चंदर रल्हन, निदेशक प्रो ललित अवस्थी, फैकल्टी वेलफेयर के डीन प्रो आर के गर्ग, रिसर्च एवं कंसल्टेंसी के डीन प्रो एस के सिन्हा, अकादमिक के डीन प्रो ए मुखोपाध्याय, प्लानिंग एवं डेवलपमेंट विभाग के डीन प्रो बी एस सैनी एवं रजिस्ट्रार डॉ एस के मिश्रा भी उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील-hindusthansamachar.in