New Parliament Building
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New Parliament Building: 862 करोड़ की लागत में बना भव्य संसद भवन, जानें किन-किन राज्यों का है इसमें योगदान?

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार को होगा। नया भवन देश की विविध संस्कृति से जुड़ा है। फर्श त्रिपुरा बांस से बना है। कालीन मिर्जापुर से आया है। लाल और सफेद बालु वाला पत्थर राजस्थान के सरमथुरा से आया है।

वहीं निर्माण के लिए हरियाणा के चरखी दादरी से रेत लाई गई थी। उदयपुर से केसरिया हरा पत्थर, अजमेर के पास लखी से लाल ग्रेनाइट और राजस्थान में अंबाजी से सफेद संगमरमर को लाया गया था।

संसद में लगा फर्नीचर मुंबई में निर्मित हुआ

लोकसभा और राज्यसभा की फाल्स सीलिंग्स की बात करें तो इनमें इस्तेमाल होने वाला स्टील स्ट्रक्चर दमन दीव से मंगवाया गया था। वहीं, संसद में लगा फर्नीचर मुंबई में बनाया गया था। राजस्थान के राजनगर और नोएडा में पत्थर की जाली का काम किया गया है।

अशोक चक्र की दीवार मध्यप्रदेश से लाई गई

अशोक स्तंभ प्रतीक के लिए सामग्री महाराष्ट्र के औरंगाबाद और राजस्थान के जयपुर से आई थी। दूसरी ओर संसद के बाहर खड़ी की गई विशाल लोकसभा-राज्यसभा और अशोक चक्र की दीवार इंदौर से लाई गई थी।

पत्थर की नक्काशी का काम राजस्थान में हुआ

पत्थर की नक्काशी आबू रोड और उदयपुर के मूर्तिकारों द्वारा की गई थी। पत्थर राजस्थान के कोटपूतली से लाए गए थे। फ्लाई ऐश की ईंटें हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लाई गईं, जबकि तांबे के उत्पाद और प्रीफैब्रिकेटेड सीमेंट पिट्स अहमदाबाद से लाए गए।

नई संसद का पहला वीडियो हुआ जारी

नई संसद के उद्घाटन में महज एक दिन बचा है। पहला वीडियो पिछले शुक्रवार को जारी किया गया था। वीडियो प्रवेश द्वार से शुरू होता है। गुंबद और बाहरी दीवारों पर अशोक का चिन्ह, जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा का नजारा दिखाई देता है।

अशोक चक्र लोकसभा और राज्यसभा के सीट के पीछे है

लोकसभा और राज्यसभा की सीट के पीछे अशोक के विशाल चक्र हैं। लोकसभा कालीन पर मोर पंख के डिजाइन देखे जा सकते हैं। प्रतिभागियों की मेजों पर एक समान प्रतीकात्मक डिजाइन रखा जाएगा। हर टेबल पर स्क्रीन हैं।

पीएम मोदी ने वीडियो साझा किया

प्रधानमंत्री मोदी ने "मेरी संसद, मेरा गौरव" हैशटैग के साथ एक वीडियो साझा किया और लिखा, "नई संसद हर भारतीय को गौरवान्वित करती है।" लोगों को इस वीडियो को अपने विचारों और आवाज के साथ सोशल नेटवर्क पर साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। वे उनमें से कुछ अच्छे वीडियो को रीट्वीट करते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से किया इनकार

सुप्रीम कोर्ट ने संसद के उद्घाटन के संबंध में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया। शुक्रवार को दो जजों के पैनल ने याचिका दायर करने वाले वकील को फटकार लगाई।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम जानते हैं कि याचिका किस लिए है। क्या हम नहीं समझते कि आप ऐसी याचिकाएँ क्यों लाते हैं? अनुच्छेद 32 के तहत इस पर विचार करने में हमारी रुचि नहीं है। इसके बाद वकील ने याचिका वापस ले ली।

दो दर्जन से ज्यादा विपक्षी दलों ने किया विरोध

कांग्रेस सहित बीस विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमा के इर्द-गिर्द इसे खोलने के प्रधानमंत्री के फैसले को विपक्ष ने न सिर्फ गंभीर अपमान माना, बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला भी माना। वहीं, उद्घाटन समारोह में बीजेपी समेत 25 पार्टियां हिस्सा लेंगी।

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