किसान आंदोलन के दौरान जिस तरह से गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हिंसा हुई थी उसके सीधे तार खालिस्तान के समर्थकों से जोड़े गये। हमेशा से ही सिखों के लिए एक अलग देश की मांग करने वाले खालिस्तानी भारत को अपना देश नहीं मानते। एक समय था तब खालिस्तानियों क्लिक »-www.prabhasakshi.com