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शराब की दुकानें बंद हो रहीं, सैनिटाइजर छिपाएं, शराबियों को स्वादिष्ट भोजन कराएं

Raftaar Desk - P2

चेन्नई, 8 मई (आईएएनएस)। तमिलनाडु में सोमवार से शराब की दुकानें दो सप्ताह के लिए बंद होने जा रही हैं। ऐसे में शराबियों के परिवार के सदस्यों को अपने प्रियजनों के लिए क्या करना चाहिए? एक अनुभवी परामर्शदाता का सुझाव है कि शराब के आदी लोगों को समय-समय पर स्वादिष्ट भोजन खिलाएं, तरल पदार्थो का सेवन बढ़ाएं, सैनिटाइटर और शराब से युक्त अन्य तरल पदार्थो को छिपाकर रखें और उनसे सौम्य और समझदारी से बातचीत करें। कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए तमिलनाडु सरकार ने कड़े तालाबंदी उपायों के तहत दो सप्ताह के लिए शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया है। टीटीके अस्पताल की वरिष्ठ परामर्शदात्री जैकलीन डेविड ने कहा, शराबियों के परिवार के सदस्यों के लिए यह एक मौका है कि वे अपने प्रियजनों की यह आदत दूर करें। लेकिन परिवार के सदस्यों को इस मौके को सलीके से संभालना होगा। उन्होंने कहा कि जब कोई शराबी अपने प्रिय पेय से वंचित हो जाता है तो वह निर्लिप्तता के लक्षणों से पीड़ित होता है। निर्लिप्तता या उदासीनता के लक्षण हैं, गुस्से करना, नाराज रहना, दिमाग में सनसनी, मतिभ्रम, कानों में तरह-तरह की आवाजें गूंजना, नींद न आना, हिंसक व्यवहार वगैरह। जैकलीन के अनुसार, निर्लिप्तता के लक्षण वालों को बहुत सारी स्वादिष्ट सब्जियां नियमित अंतराल पर खिलाया जाना चाहिए और कोई तरल पदार्थ बार-बार पिलाना चाहिए। उन्होंने कहा, शराबी को पानी में चीनी के साथ नींबू का रस और नमक मिलाकर पीने के लिए दिया जा सकता है या कोई अन्य रस भी पिलाया जा सकता है। परिवार के सदस्यों को चाहिए कि वे शराबी को विचलित न होने दें, बातचीत कर उसके दिमाग को व्यस्त रखें। खूब खिलाएं, क्योंकि भूखे पेट रहने पर वह शराब के लिए तरस जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि परिवार के सदस्यों को सैनिटाइजर, आफ्टर शेव लोशन और अल्कोहल युक्त तरल पदार्थो को छुपाकर रखना चाहिए। साल 2020 के लॉकडाउन के दौरान पानी के साथ पेंट वार्निश पीने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी और दो व्यक्तियों ने पानी के साथ आफ्टर शेव लोशन पीने के बाद अपनी जान गंवा दी थी। जैकलीन डेविड ने कहा कि कई लोगों को पता ही नहीं है कि शराब का लती होना एक मानसिक और तंत्रिका संबंधी बीमारी है, जिसकी चिकित्सा की जरूरत है। शराब की आदत छुड़ाने के लिए सरकार की कई योजनाएं हैं। पिछले साल लॉकडाउन के दारान सरकारी अस्पतालों ने बेचैन शराबियों को डिटॉक्स दवा दी थी। इस बीच, सरकार द्वारा दो सप्ताह के लिए शराब की दुकानों को बंद करने की घोषणा के बाद राज्य में शराब की दुकानों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं। --आईएएनएस एसजीके/एएनएम