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देश

बीएसएफ कर्मचारियों के बच्चों के लिए ‘सहारा’ टेली काउंसलिंग कार्यक्रम लॉन्च

Raftaar Desk - P2

- बच्चों को परामर्श और भावनात्मक सहयोग की दिशा में बीएसएफ का बड़ा कदम नई दिल्ली, 19 फरवरी (हि.स.)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक राकेश अस्थाना और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने शुक्रवार को ‘सहारा’ टेली काउंसलिंग और वेबलिंक कार्यक्रम लॉन्च किया। इसके तहत बीएसएफ मुख्यालय में कार्यरत लोगों के बच्चों को इमोशनल सपोर्ट देने के साथ उनकी साइको-सोशल काउंसलिंग भी की जाएगी। साथ ही बच्चों के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर भी काम किया जाएगा। बीएसएफ के प्रवक्ता कृष्णा राव के अनुसार सहारा कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्यालय के कर्मियों के बच्चों को भावनात्मक सहायता प्रदान करना है। इसके अलावा, बच्चों को मनो-सामाजिक प्राथमिक चिकित्सा और परामर्श की भी सुविधा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बच्चों को यह सुविधा सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मिलेगी। यह कार्यक्रम टेली काउंसलिंग और वेबलिंक के जरिए बीएसएफ मुख्यालय में जीवनभर ड्यूटी करने वाले कर्मियों के बच्चों को इमोशनल सपोर्ट देगा व साइको-सोशल काउंसलिंग करेगा और साथ ही उनके लिए कल्याणकारी योजनाओं पर भी काम करेगा। प्रवक्ता ने बताया कि सीपीसीआर अधिनियम 2005 की धारा-13(1)(जे) के तहत एनसीपीसीआर विशेषज्ञ बच्चों को परामर्श प्रदान करेंगे। इस दौरान बच्चों को उनके अधिकारों और अधिकारों के उल्लंघन, स्वास्थ्य एवं अन्य मामलों से जुड़ी शिकायतों का निवारण किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि एनसीपीसीआर देश के सुदूर कोनों में स्थित बीएसएफ के मृतक कर्मियों के बच्चों के समक्ष आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित राज्य आयोगों के जरिए समन्वय स्थापित करेगा। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी/सुनीत