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दिल्ली में भारत के पहले स्मॉग टॉवर का ट्रायल पूरा

Raftaar Desk - P2

नई दिल्ली, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में स्थापित भारत के पहले स्मॉग टॉवर का ट्रायल रन आखिरकार पूरा हो गया है, जो 1 अक्टूबर से पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगा। राय ने ट्वीट कर कहा, स्मॉग टॉवर का ट्रायल पूरा हो चुका है और यह 1 अक्टूबर से पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगा। टॉवर की निगरानी के लिए आईआईटी-दिल्ली, आईआईटी-बॉम्बे और डीपीसीसी के वैज्ञानिकों की एक टीम बनाई गई है। दिल्ली ने कनॉट प्लेस के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर अपना पहला स्मॉग टॉवर लगाया गया है, जिसका उद्घाटन 24 अगस्त को वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार के अभियान के तहत किया गया था। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) इसकी प्रभावशीलता की निगरानी के साथ ट्रायल के आधार पर 24 मीटर ऊंचे टावर का संचालन कर रही थी। दिल्ली सरकार के अनुसार, इसका प्रभाव क्षेत्र इसके स्थान के लगभग 1 किमी के दायरे में होने का अनुमान लगाया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इसके उद्घाटन के दौरान कहा था कि यह प्रयोग सफल होने के बाद शहर में इस तरह के और टावर लगाए जाएंगे। दो टावर अब दिल्ली में लगाए गए हैं, एक दिल्ली सरकार द्वारा कनॉट प्लेस में और दूसरा केंद्र द्वारा पूर्वी आनंद विहार में लगा है। यह कदम सुप्रीम कोर्ट द्वारा जनवरी 2020 में पायलट आधार पर दिल्ली में स्मॉग टावर लगाने के लिए शामिल दोनों पक्षों को निर्देश दिए जाने के बाद आया है। हालांकि, कई पर्यावरण कार्यकर्ताओं के अनुसार, स्मॉग टॉवर मुश्किल से दिल्ली को सांस लेने में मदद करेंगे, क्योंकि वे महंगे होने के अलावा जहरीली धुंध की समस्या को खत्म नहीं करते हैं। हाल ही में, प्रस्तावित शीतकालीन कार्य योजना पर एक प्रेस मीट के दौरान, राय ने कहा था कि दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है कि राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को जहरीले वातावरण में ना रहना पड़े और यदि इसका मतलब है कि अधिक स्मॉग टॉवर स्थापित करना, भले ही इस लागत से दिल्ली में और भी ऐसे टावर लगाए जाएंगे। --आईएएनएस एचके/एएनएम