श्रीराम जी का खेल भला किसको समझ में आ सकता है। समझ में आये भी कैसे। खेल श्रीराम जी खेलें और हम मायावी जीव कहें कि हमको समस्त लीलाओं का पूर्ण ज्ञान हो गया, तो भला फिर वह लीला ही क्या हुई। श्रीराम जी ने भले ही श्रीलक्ष्मण जी को क्लिक »-www.prabhasakshi.com