सुग्रीव निश्चित ही भयक्रांत स्थिति में था। होता भी क्यों नहीं? यह तो शुक्र है कि टांगें परीक्षा में खरी उतरीं। ऐसा भागा कि बालि भी देखता ही रह गया होगा। लेकिन भगवान न करें, अगर मैं भागने में असफल हो गया होता तो? हो जाती न आज ही शमशान क्लिक »-www.prabhasakshi.com