Gyan-Ganga-गीता-में-भगवान-ने-ब्राह्मण-क्षत्रिय-और-वैश्य-के-स्वाभाविक-कर्म-विस्तार-से-बताये-हैं
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Gyan Ganga: गीता में भगवान ने ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य के स्वाभाविक कर्म विस्तार से बताये हैं

Raftaar Desk - P2

प्रभासाक्षी के सहृदय गीता प्रेमियों ! महत्व इंसान का नहीं उसके अच्छे स्वभाव का होता है। कोई एक पल में दिल जीत लेता है और कोई जिंदगी भर साथ रहकर भी नहीं जीत पाता। आइए ! अब गीता के आगे के प्रसंग में चलते हैं--- पिछले अंक में भगवान ने क्लिक »-www.prabhasakshi.com