क्या किसी ने सूर्य भगवान को पूर्व दिश को छोड़, पश्चिम दिशा में से निकलते देखा है? या फिर क्या गंगा मईआ द्वारा किसी को अमृतत्व देने की बजाय अकाल मृत्यु प्रदान करते देखा है? नहीं न! क्योंकि ऐसी उल्टी धारा बहती ही नहीं है। ठीक ऐसे ही श्रीराम जी क्लिक »-www.prabhasakshi.com