नई दिल्ली, 09 फरवरी (हि.स.)। पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने इस्लामाबाद जिला कचहरी में बने वकीलों के अवैध चेम्बर्स तोड़े जाने की घटना से नाराज वकीलों के इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर में जमकर हंगामा करने की खबरें छापी हैं। अखबारों ने लिखा है कि वकीलों ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के चैंबर में घुस कर तोड़फोड़ की और मुख्य न्यायधीश जस्टिस अतहर मिनल्लाह को चैंबर से बाहर निकलने नहीं दिया। वकीलों के हंगामे की वजह से हाईकोर्ट और जिला कचहरी को बंद कर दिया गया है। अखबारों ने पाकिस्तानी फौज के प्रवक्ता मेजर जरनल बाबर इफ्तिखार के हवाले से एक खबर प्रकाशित की है जिसमें उन्होंने कहा है कि फौज को सियासत से अलग रखा जाना चाहिए। अखबारों ने लिखा है कि फौज पर मुख्य विपक्षी दलों के नेताओं खासतौर से मौलाना फजलुर्रहमान से संपर्क करने का आरोप लगाया जा रहा है। अखबारों ने लिखा है कि मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने साफ कहा है कि फौज का जो काम है, वह काम बखूबी निभा रही है। उसको सियासत में बिना वजह ना घसीटा जाए। मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार की तरफ से दुनिया को जो सबूत भारत के खिलाफ दिया गया है, उसका असर अब दिखाई देने लगा है। भारत के जरिए पाकिस्तान के खिलाफ षड्यंत्र रचने से सम्बंधित कई सबूत सामने आ रहे हैं। अखबारों ने पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के जरिए सीनेट चुनाव से सम्बंधित राष्ट्रपति के ऑर्डिनेंस को सही ठहराया है। अदालत का कहना है कि हुकूमत को ऑर्डिनेंस जारी करने का हक है। अदालत इस पर रोक नहीं लगा सकती है। दूसरी तरफ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के लीडर बिलावल भुट्टो ने आरोप लगाया है कि सीनेट चुनाव से सम्बंधित ऑर्डिनेंस को लेकर सुप्रीम कोर्ट पर भी संदेह व्यक्त किए जा सकते हैं। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें , रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा जंग ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की हैं। रोजनामा पाकिस्तान ने भारतीय जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जरिए एक पाकिस्तानी नागरिक को मार गिराए जाने की खबर प्रकाशित की है। अखबार का कहना है कि बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया है कि इस व्यक्ति को पहले वार्निंग दी गई थी लेकिन उसने वार्निंग को नजरअंदाज किया। वह भारतीय सीमा में घुसपैठ करना चाह रहा था जिसके बाद सुरक्षाबलों ने कार्रवाई करते हुए उसे मार गिराया है। अखबार का कहना है कि भारतीय एजेंसियों ने यह कबूल किया है कि उन्होंने पाकिस्तानी नागरिक को भारतीय सीमा के अंदर घुसपैठ करने के आरोप में मार दिया है। अखबार ने एक और खबर काफी अहमियत से प्रकाशित की है। इस खबर में कहा गया है कि पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन कराने से सम्बंधित एक सख्त विधेयक तैयार किया जा रहा है। इस विधेयक को जल्द ही संसद में लाया जाएगा। विधेयक में धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में 10 साल कैद की सजा का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा महिलाओं का नाम या धर्म बदलकर निकाह करने और निकाहनामा अदालत में पेश करने को भी गैरकानूनी करार देने का प्रस्ताव इस विधेयक में रखा गया है। इस विधेयक के आने के बाद पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन से संबंधित मामलों में कमी आने की संभावना है। रोजनामा जंग ने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस गुलजार अहमद के हवाले से एक खबर प्रकाशित की है। खबर में जस्टिस गुलजार अहमद ने ख़ैबरपख्तूनख्वा के जिला किरक में पिछले महीने एक मंदिर को आग लगाए जाने के मामले में उसके पुनर्निर्माण की अदालत के आदेश पर अमल नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। अखबार का कहना है कि इस मामले में जस्टिस गुलजार अहमद ने संज्ञान लिया था और केन्द्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया था। राज्य सरकार ने आगे आकर अदालत को भरोसा दिलाया था कि जल्द ही मंदिर का पुनर्निर्माण कराया जाएगा। अभी तक मंदिर का निर्माण कार्य शुरू नहीं कराए जाने को लेकर अदालत ने नाराजगी जताई है। अदालत ने मंदिर निर्माण के लिए इस घटना में शामिल लोगों से पैसा वसूल किए जाने को भी बात कही है। अदालत ने सिंध प्रांत में होली के अवसर पर हिन्दू बहुल इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद बनाने का भी आदेश दिया है। रोजनामा खबरें ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का भी एक बयान प्रकाशित किया है। महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में कहा है कि जम्मू-कश्मीर सरकार की तरफ से उन लोगों के खिलाफ भी मुकदमा बनाया जा रहा है जिनके बच्चे या तो मारे दिए गए हैं या तो गायब है। मुफ्ती ने कहा है कि अब तो सरकार और सुरक्षाबल मिलकर जम्मू-कश्मीर के लोगों का दमन कर रहे हैं और उनसे धरना प्रदर्शन करने के मौलिक अधिकारों से भी वंचित कर रहे हैं जिसे रोकने की जरूरत है। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद-hindusthansamachar.in