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पाकिस्तानी अखबारों सेः हिंसा की भाषा वाले पाकिस्तान ने की कश्मीर पर बातचीत की पहल

Raftaar Desk - P2

नई दिल्ली, 03 फरवरी (हि.स.)। पाकिस्तान से बुधवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर बाजवा के एयरफोर्स अकेडमी की पासआउट परेड में भाग लेने और वहां से पाकिस्तान और भारत को शांतिपूर्वक कश्मीर समस्या का समाधान करने की पेशकश की खबर प्रकाशित की है। अखबारों ने लिखा है कि जनरल वाजवा ने कहा है कि कश्मीर समस्या का समाधान बातचीत से ही मुमकिन है और भारत-पाकिस्तान को इस मामले में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि भारत को हमारी इस पेशकश का गलत मतलब नहीं निकालना चाहिए। हमारी सेना दुश्मन के किसी भी आक्रमण का भरपूर जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहती है। हमारा मानना है कि पूरी दुनिया में अमन और सलामती के लिए कश्मीर समस्या का समाधान जल्द से जल्द होना चाहिए। अखबारों ने पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद की पाकिस्तान स्थित ब्रिटेन के हाई कमिश्नर से मुलाकात की भी खबर दी है। अखबारों ने लिखा है कि दोनों देश एक दूसरे के अपराधियों के प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और जल्द ही प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर कर लिया जाएगा। अखबारों ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लैंकन के हवाले से एक खबर प्रकाशित की है, जिसमें कहा गया है कि ईरान बहुत जल्द एटम बम बना लेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह खुलासा एक अखबार को दिए गए अपने इंटरव्यू में किया है। अखबारों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मंत्रिमंडल की बैठक से संबंधित एक खबर भी प्रकाशित की है। बैठक में इमरान खान ने उपस्थित मंत्रियों को संबोधित करते हुए कहा है कि अगर विपक्षी दल के नेता पाकिस्तान से लूटी गई दौलत को वापस कर देते हैं तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। बैठक में मंत्रियों की सुरक्षा को कम करने और भारत से पत्थर मंगाने पर रोक लगाने जैसे फैसले भी लिये गए हैं। अखबारों ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के लीडर मरियम नवाज का एक बयान भी काफी अहमियत से प्रकाशित किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि इमरान खान विपक्षी दलों के जिन इस्तीफों का इंतजार कर रहे हैं, जल्द ही उन्हें इसकी बाकायदा खुशखबरी दी जाएगी। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा जंग ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की हैं। रोजनामा जंग ने पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले की खबर काफी अहमियत से दी है। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने अमेरिका के एक पत्रकार डैनियल पर्ल का अपहरण और हत्या करने के जुर्म में जेल में बंद उमर शेख और उसके चार साथियों को जेल से रिहा करने का दुबारा हुक्म दिया है। अदालत ने कहा है कि उमर शेख को डेथ सेल से निकालकर 2 दिन बैरक में रखा जाए। उसके बाद उन्हें गेस्ट हाउस में शिफ्ट किया जाए, जहां पर उनके परिवार को सुबह से शाम तक मिलने की भी इजाजत अदालत ने दी है। अमेरिकी प्रशासन ने अदालत के फैसले का विरोध किया था। इसके बाद सरकार की तरफ से अदालत में पुनर्विचार याचिका दायर की गई थी, जिसपर अदालत ने कल मंगलवार के दिन अपने पहले फैसले को दोबारा से दोहराया है। रोजनामा नवाएवक्त ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी शुजाअत हुसैन का एक इंटरव्यू कश्मीर दिवस के अवसर पर छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि कश्मीर समस्या के समाधान के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान काफी अच्छी तरह से कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीरियों पर भारत के जरिए जो जुल्म और सितम ढाए जा रहे हैं, उसका जवाब भी कश्मीरी अवाम सब्र और तहम्मुल से दे रहे हैं। चौधरी शुजाअत का कहना है कि कश्मीर समस्या का समाधान संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रस्ताव के अनुसार शांतिपूर्वक ढंग से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दुनिया के सामने कश्मीरियों की बात को बहुत ही अच्छे तरीके से रख रहा है और मुझे यकीन है कि कश्मीर समस्या का समाधान बातचीत के माध्यम से जल्द ही निकलेगा। रोजनामा औसाफ ने 'गिलगित-बाल्टिस्तान में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की साजिश नाकाम, उसके मोहरे मेहंदी शाह रिजवी ने किया भारतीय साजिश का खुलासा’ विषय से संबंधित एक खबर प्रकाशित की है। इस खबर में कहा गया है कि खुफिया एजेंसी रॉ गिलगित-बलटिस्तान के नौजवानों को पाकिस्तान के खिलाफ भड़काने और उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ इस्तेमाल करने की घिनौनी साजिश रच रही है। अखबार का कहना है कि खुलासे में यह भी बताया गया है कि स्कॉटलैंड में रहने वाले डॉक्टर अमजद और इंग्लैंड में रहने वाले सज्जाद राजा और शौकत कश्मीरी भी इस खेल में शामिल हैं। अखबार का कहना है कि यह सभी रॉ के एजेंट बन कर पाकिस्तान में अस्थिरता पैदा करने की साजिश में शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद-hindusthansamachar.in