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डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने मेहनत, समर्पण और दृढ़ता से बनाया मिसाइल प्रौद्योगिकी में भारत को आत्मनिर्भर : उप राष्ट्रपति

Raftaar Desk - P2

- डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स में दो नई सुविधाओं का उद्घाटन हैदराबाद, 25 जनवरी (हि.स.)। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता के साथ मिसाइल प्रौद्योगिकी में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशंसा की। उपराष्ट्रपति ने यहां डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स में दो नई सुविधाओं का उद्घाटन करने के बाद वैज्ञानिक समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करना न केवल देश के लिए महत्वपूर्ण या रणनीतिक महत्व की बात है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी आवश्यक है।” नायडू ने मिसाइल कॉम्प्लेक्स प्रयोगशालाओं की प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का भी दौरा किया और कहा कि उन्हें स्वदेशी उत्पादों को देखकर अति प्रसन्न हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि डीआरडीओ के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिक अपनी क्षमता और प्रतिबद्धता के साथ ‘भारत को इतना आत्मनिर्भर’ बना देंगे कि दुनिया ‘भारत पर निर्भर’ होगी। आत्मनिर्भर भारत के महत्व पर जोर देते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि इससे स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलता है। रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं। मूल्यवान विदेशी मुद्रा अर्जित होती हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि आकाश मिसाइल प्रणाली के चलते रक्षा मंत्रालय ने इस तरह की प्रणाली के आयात बंद कर दिया है। उन्होंने इसे डीआरडीओ की एक सराहनीय उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि भारत अब इस तरह की मिसाइल प्रणाली में आत्मनिर्भर है और इसलिए सशस्त्र बलों को इसी तरह की मिसाइल प्रणाली को आयात करने की आवश्यकता नहीं है।” उच्चस्तरीय मिसाइल प्रौद्योगिकी तक पहुंच रखने में भारत को आ रही दिक्कतों को जिक्र करते हुए नायडू ने कहा कि डीआरडीओ ने इस संकट को स्वदेशी की श्रेणी विकसित करके एक अवसर में बदल दिया। तेजी से बदलते तकनीकी परिदृश्य का जिक्र करते हुए उप राष्ट्रपति ने डीआरडीओ को रणनीतिक रक्षा प्रौद्योगिकियों और आउटसोर्स गतिविधियों पर अपना ध्यान केंद्रित करने को कहा जिन्हें सक्षम निजी क्षेत्र के प्रतिभागियों द्वारा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि डीआरडीओ ने भविष्य के सैन्य अनुप्रयोगों पर अनुसंधान करने के लिए 8 उन्नत प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किए हैं। नायडू ने महिलाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने का आह्वान भी किया। इस अवसर पर उप राष्ट्रपति ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल परिसर में दो नई सुविधाओं- एक मिसाइल सिस्टम रिव्यू हॉल और एयर कमोडोर वी गणेशन इंटीग्रेटेड वेपन सिस्टम डिजाइन ऐंड डेवलपमेंट सेंटर का उद्घाटन किया। हिन्दुस्थान समाचार/अनूप/मुकुंद-hindusthansamachar.in