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कोविड ओमिक्रॉन वेरिएंट ने बूस्टर वैक्सीन बहस पर चर्चा तेज की

Raftaar Desk - P2

न्यूयॉर्क, 5 दिसम्बर (आईएएनएस)। जहां ओमिक्रॉन कोविड वेरिएंट की चिंताओं को लेकर बूस्टर वैक्सीन की मांग बढ़ रही है, वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार, उनके टिकाऊपन, प्रभाव और बीमारी को खत्म करने की क्षमता अज्ञात बनी हुई है। अधिक म्यूटेंट की उपस्थिति के कारण, ओमिक्रॉन पर टीके के प्रदर्शन को कमजोर करने का संदेह है। हालांकि, यह अभी तक साबित नहीं हुआ है, वैक्सीन निर्माता वेरिएंट-विशिष्ट बूस्टर विकसित कर रहे हैं या नहीं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि आज उपलब्ध शॉट्स के साथ टीकाकरण ओमिक्रॉन वेरिएंट की वृद्धि को दूर करने में मदद कर सकता है, लेकिन सवाल यह है कि क्या बूस्टर की आवश्यकता अनिश्चित काल तक जारी रहती है। अमेरिका के सेंट लुइस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में इम्यूनोलॉजिस्ट अली एलेबेडी ने कहा, दुर्भाग्य से, हम अभी भी अनिश्चितता में जी रहे हैं। इसके अलावा, शोधकतोओं ने कहा कि हालांकि अतिरिक्त वैक्सीन शॉट्स महामारी के चक्र को मोड़ने में मदद कर सकते हैं, लेकिन यह इसे समाप्त नहीं कर सकता है। इजराइल और यूके के वास्तविक दुनिया के आंकड़ों ने संकेत दिया कि फाइजर की बूस्टर खुराक संक्रमण और गंभीर बीमारियों के होने के जोखिम को काफी कम करती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बूस्टर खुराक ने इजराइल में दैनिक मामलों की संख्या को भी प्रभावी ढंग से कम कर दिया है। अमेरिका के राष्ट्रीय अनुमानों के आधार पर, शोधकतार्ओं ने पाया कि एक व्यापक बूस्टर से कोविड -19 वाले लोगों की संख्या लगभग 30 प्रतिशत तक संक्रमित हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि, उच्च आय वाले देशों में बूस्टर अभियान दुनिया के बाकी हिस्सों में टीकाकरण के प्रयासों को धीमा कर सकते हैं। --आईएएनएस आरएचए/आरजेएस