भोपाल, 7 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण से हुई। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में साफ किया कि राज्य सरकार आठ करोड़ जनता के सहयोग से राज्य को आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करेगी। साथ ही इस बार के बजट में चाइल्ड बजट लाया जाने वाला है। राज्य का 25 मार्च तक चलने वाले बजट सत्र की सोमवार को शुरुआत हुई। इस मौके पर राज्यपाल पटेल ने अपने अभिभाषण में राज्य की हर क्षेत्र में बदल रही दशा का जिक्र किया तो लोगों को पीने के पानी के साथ सड़क सुविधा में इजाफा होने का ब्यौरा दिया। अधोसंरचना, बिजली व्यवस्था के क्षेत्र में हो रहे काम की चर्चा की। साथ ही टीकाकरण की स्थिति बताई। किसान हित में सरकार के प्रयासों के साथ गौ संरक्षण के लिए किए जा रहे कामों का जिक्र किया। राज्यपाल ने कहा, यह प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने का समय है। सरकार प्रदेश के विकास और उन्नति के लिए निरंतर कार्य कर रही है। सुशासन हमारा साधन है, स्वराज्य साध्य। अगर इरादों में नेकी और ईमानदारी हो। जनता की भागीदारी हो तो रामराज्य की परिकल्पना धरती पर उतरते देर नहीं लगी। सरकार इसी पर काम कर रही है। राज्यपाल ने कहा, मध्यप्रदेश तेजी से आत्मवियवासी और आत्मनिर्भर राज्य के रूप में उभरा है। सड़कों गुणवत्ता में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है। सड़कों की लंबाई में देश के प्रथम सात राज्यों में शामिल है। उन्होंने कहा, सभी के आत्मनिर्भर भारत का उदय हो रहा है। सबका साथ, सबका विकास और सबका विष्वास ही भारत मंत्र बन गया है। सरकार राज्य के साढ़े 8 करोड़ नागरिकों के सहयोग से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प के लिए कार्य कर रही। राज्य सरकार द्वारा महिला और बाल कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों का ब्यौरा देते हुए बताया कि कोरोना में जान गंवाने वालों के बच्चों के लिए बाल सेवा योजना शुरू की गई है और आगामी बजट में सरकार चाइल्ड बजट का प्रावधान करने जा रही है। यह देश में अभिनव प्रयोग होगा। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में संबल योजना को गरीबों के लिए वरदान बताया ओर कोरोना काल में सरकार के कामों का ब्यौरा दिया, साथ ही बताया कि कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में टीकाकरण जारी है। राज्य में औद्योगिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ रोजगार के लिए किए जा रहे प्रयासों का जिक्र भी राज्यपाल के अभिभाषण में किया गया। राज्यपाल ने कई बार अपने अभिभाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख किया। इस पर कमलनाथ ने तंज कसा और कहा, राज्यपाल के अभिभाषण में प्रधानमंत्री मोदी का 22 बार नाम आया है। सरकार रामराज्य की बात कर रही है, मगर दिख कहीं नहीं रहा। ओबीसी आरक्षण पर कोई काम नहीं हो रहा है, सिर्फ गुमराह किया जा रहा है। --आईएएनएस एसएनपी/एएनएम