मुंबई, 08 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर किए जाने का खुलकर समर्थन किया है। इससे कांग्रेस पार्टी नाराज हो गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने 30 साल पहले ही औरंगाबाद जिले का नाम बदलकर संभाजी नगर करने की घोषणा की थी। तब से अब तक हम सभी संभाजीनगर ही कहते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने महाविकास आघाड़ी बनाते समय जिस सेकुलर को स्वीकार किया है, उसमें औरंगजेब कहीं नहीं टिकता है। इसमें गलत क्या है, औरंगजेब कोई सेकुलर नहीं था। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी की भूमिका पहले ही बता दिया है। किसी भी शहर का नाम बदलने से उसका विकास नहीं होता। इसके बाद भी मुख्यमंत्री ने आज इस तरह का बयान दिया है तो कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी भूमिका उनके पास रखेगी। उल्लेखनीय है कि औरंगाबाद नगर निगम का चुनाव इसी वर्ष होने वाला है। इसी वजह से औरंगाबाद नगर निगम में सत्तारूढ़ शिवसेना ने जिले का नाम बदलकर संभाजीनगर करने का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा है। यह प्रस्ताव अभी तक मंत्री समूह में चर्चा के लिए नहीं आया है लेकिन प्रस्ताव को लेकर महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों में मतभेद उभर आया है। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे का जोरदार विरोध कर रही है, जबकि शिवसेना इस प्रस्ताव के समर्थन के लिए आवाज बुलंद कर रही है। महाविकास आघाड़ी की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इस मामले को लेकर अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है कि इस मुद्दे पर तीनों दल के नेता बैठकर आपस में निर्णय लेंगे। हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर-hindusthansamachar.in