CDS Rawat saw the courage of soldiers in Ladakh
CDS Rawat saw the courage of soldiers in Ladakh 
देश

सीडीएस रावत ने लद्दाख में देखा सैनिकों का बुलंद हौसला

Raftaar Desk - P2

- दो दिन के दौरे में युद्ध की परिचालन तत्परता और अन्य तैयारियों का लेंगे जायजा - पूर्वी लद्दाख सीमा पर माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तापमान के बावजूद सैनिक मुस्तैद सुनीत निगम नई दिल्ली, 11 जनवरी (हि.स.)। चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सोमवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति का जायजा लेने के लिए लद्दाख सेक्टर पहुंचे। दो दिवसीय दौरे पर उन्हें लेह स्थित 'फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स' के शीर्ष कमांडर मौजूदा हालात के बारे में जानकारी देंगे। जनरल रावत पूर्वी लद्दाख में आगे के इलाकों का दौरा करेंगे, क्योंकि माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिरने के बावजूद चीन के साथ सैन्य गतिरोध सर्दियों में भी जारी है। अपनी यात्रा के शुरुआती चरण में सीडीएस जनरल रावत ने किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए की गईं रक्षा तैयारियों और तैनात सैनिकों का बुलंद हौसला देखा। स्थानीय रूप से विकसित तकनीक के माध्यम से निगरानी के लिए अभिनव उपायों को अपनाने के लिए भी उन्होंने सैनिकों को सराहा। सभी रैंकों के बीच उच्च मनोबल और प्रेरणा से संतुष्ट होकर जनरल रावत ने कहा कि सैनिकों का यह मनोबल किसी भी तरह की चुनौती या मौका मिलने पर निश्चित जीत सुनिश्चित करेगा। कठोर सर्दियों के बावजूद लद्दाख में भारत-चीन सीमा के साथ ऐसे स्थान हैं, जहां भारतीय और चीनी सैनिक आमने-सामने हैं और दोनों ओर से पीछे हटने के मामले में कोई बदलाव नहीं हुआ है। सेना के वरिष्ठतम सैन्य अधिकारी की लद्दाख यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब भारत और चीन के बीच 8 माह से गतिरोध चल रहा है और चीन कई बार आक्रामकता दिखा चुका है। जनरल रावत को इस यात्रा के दौरान पूर्वी लद्दाख सीमा पर युद्ध की परिचालन तत्परता और अन्य तैयारियों के बारे में बताया जाएगा। यात्रा के दौरान जनरल रावत के सीमा की अग्रिम चौकियों पर तैनात बलों के सैनिकों से भी मिलने की उम्मीद है। कल उन्हें आर्मी की 14वीं कोर के कमांडर और सीनियर अधिकारी एलएसी के मौजूदा हालात के बारे में जानकारी देंगे। वह पूर्वी लद्दाख में फॉरवर्ड लोकेशन पर भी जाएंगे। लेह स्थित 'फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स' ही चीन के साथ 8 दौर की सैन्य वार्ता कर चुकी हैं, जिनमें दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर सहमति भी बनी है। भारत और चीन के बीच बनी सहमतियों को जमीन पर उतारने के लिए 9वें दौर की बैठक अभी नहीं हो पाई है। इससे पहले जनरल रावत ने 3 जनवरी को एलएसी के पास अरुणाचल में दिबांग वैली और लोहित सेक्टर में वायुसेना के फॉरवर्ड ठिकानों का भी दौरा किया। अरुणाचल प्रदेश में सुबनसिरी घाटी का दौरा करके वहां तैनात सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मियों से मुलाक़ात की थी। इसके अलावा उन्होंने अरुणाचल प्रदेश और असम सहित पूर्वी सेक्टर में हवाई अड्डों का भी दौरा किया था। अग्रिम चौकियों पर तैनात सेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाक़ात के बाद सीडीएस सभी रैंकों के उच्च मनोबल और प्रेरणा से संतुष्ट दिखे और अभिनव उपायों को अपनाने के लिए सैनिकों की सराहना करते हुए उनका हौसला बढ़ाया। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in