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बिहार : भाकपा-माले ने निकाला मार्च, केंद्र पर साधा निशाना

Raftaar Desk - P2

पटना, 6 दिसम्बर (आईएएनएस)। भाकपा माले ने बाबरी विध्वंस और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर सोमवार को राजधानी पटना सहित राज्य के कई जिला मुख्यालयों में मार्च निकाला। राजधानी पटना में जीपीओ गोलंबर से मार्च निकला, जो स्टेशन गोलबंर होते हुए बुद्धा स्मृति पार्क पहुंचा और फिर वहां एक सभा आयोजित की गई। मार्च का नेतृत्व भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, भारतीय किसान महासभा के महासचिव राजाराम सिंह, माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने किया। माले नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि, 6 दिसंबर के दिन भाजपा व आरएसएस के लोगों ने बाबरी मस्जिद को ढाहने के लिए जानबूझकर चुना था। यह दिन संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस है। इसका साफ मतलब है कि उन्होंने न केवल मस्जिद पर हमला किया था बल्कि संविधान पर भी हमला किया था। नेताओं ने आगे कहा कि आज लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्षता सब के सब खतरे में हैं। समाजवाद को भी संविधान से हटाने के प्रयास चल रहे हैं। नेताओं ने कहा, हर कोई जानता है कि देश की आजादी की लड़ाई हिंदू-मुसलमानों ने एक साथ मिलकर लड़ी। वे आरएसएस के लोग थे जिन्होंने आजादी के आंदोलन से विश्वासघात किया और आज सत्ता में बैठकर इतिहास को ही पलट देने की कोशिश कर रहे हैं। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के ऐतिहासिक आंदोलन ने यह साबित किया है कि आज भी देश के हिंदु-मुसलमान सब एक साथ इस हुकूमत से लड़ रहे हैं। उन्होंने देश की जनता से आजादी के आंदोलन के गर्भ से निर्मित मूल्यों व सपनों की हिफाजत के लिए निर्णायक संघर्ष का आह्वान किया। पटना के अलावा पश्चिम चंपारण के बेतिया, बक्सर के डुमरांव, दरभंगा, अरवल, आरा, समस्तीपुर, रोहतास, मसौढ़ी आदि जगहों पर सांप्रदायिकता विरोधी मार्च निकाला गया। --आईएएनएस एमएनपी/एएनएम