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एक और तालिबानी फरमान : महिलाओं के क्रिकेट खेलने पर पाबंदी

Raftaar Desk - P2

काबुल, 9 सितम्बर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात (आईईए) के नवनिर्वाचित मंत्रिमंडल की तालिबान के तहत गैर-समयबद्ध अंतरिम सरकार की स्थापना की घोषणा के साथ ही विभिन्न मंत्रालयों की ओर से बयान और आदेश आने शुरू हो गए हैं, जो देश में समूह के शासन की स्वीकृति और वैधता के मुद्दे को गंभीरता से जांच के दायरे में ला रहे हैं। आईईए के सांस्कृतिक आयोग द्वारा लिए गए फैसलों में से एक, महिलाओं को क्रिकेट या कोई अन्य खेल खेलने से रोक दिया गया है, जिसमें उनका शरीर दिख सकता है। तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्ला वासिक ने एसबीएस न्यूज के साथ एक साक्षात्कार के दौरान कहा, महिलाओं के लिए क्रिकेट खेलना जरूरी नहीं है क्योंकि उन्हें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है जहां उनका चेहरा और शरीर ढका नहीं होगा। इस्लाम महिलाओं को इस तरह देखने की इजाजत नहीं देता है। इस फैसले ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और अन्य खेलों में अफगानिस्तान के भविष्य पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रतिबंध को पहले ही कड़ी प्रतिक्रिया मिलनी शुरू हो गई है क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि अगर तालिबान शासन के तहत महिलाओं को खेल खेलने की अनुमति नहीं दी जाती है तो वह इस साल नवंबर में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले आगामी टेस्ट मैच को रद्द कर देगा। ऑस्ट्रेलियाई खेल मंत्री रिचर्ड कोलबेक ने कहा, अगर हाल की मीडिया रिपोटरें में कहा गया है कि अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट का समर्थन नहीं किया जाएगा, तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पास होबार्ट में खेले जाने वाले प्रस्तावित टेस्ट मैच के लिए अफगानिस्तान की मेजबानी नहीं करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। व्यक्तिगत अफगानिस्तान एथलीटों का ऑस्ट्रेलिया में स्वागत किया जाना जारी रहेगा, लेकिन तालिबान के झंडे के नीचे नहीं, अगर महिलाएं प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकती हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने यह भी कहा है कि अफगानिस्तान की नई स्थिति का मुद्दा उनकी अगली बोर्ड बैठक में चर्चा में आएगा। आईसीसी ने कहा कि वह अफगानिस्तान की स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और महिलाओं के क्रिकेट खेलने पर रोक लगाने की खबरों पर चिंता व्यक्त की। परिषद के प्रवक्ता ने कहा, इस पर और खेल के निरंतर विकास पर इसके प्रभाव पर आईसीसी बोर्ड और उसकी अगली बैठक में चर्चा की जाएगी। दूसरी ओर, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार से इस तरह के रुख की उम्मीद थी और उसने स्वीकार किया कि महिलाओं का खेल संकट में है। अफगानिस्तान की पुरुष क्रिकेट टीम आईसीसी की पूर्ण सदस्य है और टी20 विश्व कप में खेलने वाली है। हालांकि, देश में महिला क्रिकेट और खेल पर प्रतिबंध के साथ, क्रिकेट अधिकारी अब अफगानिस्तान को आईसीसी की मान्यता के निहितार्थ की ओर देख रहे हैं। --आईएएनएस आरएचए/एएनएम