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जया विश्वविद्यालय मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी अन्नाद्रमुक

Raftaar Desk - P2

चेन्नई, 27 जुलाई (आईएएनएस)। अन्नाद्रमुक ने द्रमुक सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखने में देरी करने की रणनीति का आरोप लगाने के बाद राज्य स्तर पर आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है। प्रस्तावित विश्वविद्यालय को विल्लुपुरम में बनना था और इसे तमिलनाडु के राज्यपाल की स्वीकृति और स्वीकृति मिली थी, जो विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं। यह 25 फरवरी, 2021 था, जब अन्नाद्रमुक के नेतृत्व वाली पलानीस्वामी सरकार सत्ता में थी। हालांकि, चुनाव आचार संहिता के बाद, सरकार इसे आगे नहीं ले जा सकी और 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में वापस आने के बाद अपना संचालन शुरू करने की उम्मीद कर रही थी। द्रमुक सरकार ने धन की कमी का हवाला देते हुए विश्वविद्यालय के कार्यान्वयन को आगे नहीं बढ़ाया है। अन्नाद्रमुक नेता और पूर्व मंत्री सीवी षणमुगम ने द्रमुक सरकार की देरी की रणनीति को द्रमुक द्वारा प्रतिशोध की राजनीति का हिस्सा करार दिया। अन्नाद्रमुक ने धन की कमी के कारण जया विश्वविद्यालय का संचालन शुरू नहीं करने की द्रमुक सरकार की कार्रवाई को काल्पनिक और अस्थिर करार दिया है। पार्टी नेताओं ने कहा कि पार्टी के राज्य नेतृत्व ने राज्य के विल्लुपुरम जिले में उच्च शिक्षा के लिए एक विश्वविद्यालय को राजनीतिक कलंक के कारण खराब करने और पटरी से उतारने की कोशिश करके द्रमुक सरकार की प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ राज्य भर में कई आंदोलन शुरु किए हैं। सीवी षणमुगम, जो अन्नाद्रमुक के विल्लुपुरम उत्तर जिला सचिव भी हैं, उन्होंने इस मुद्दे पर द्रमुक सरकार के खिलाफ सोमवार को जिले में आंदोलन का नेतृत्व किया। आईएएनएस से बात करते हुए, सीवी शनमुगम ने कहा, कि यह प्रतिशोध की राजनीति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और द्रमुक सरकार जयललिता के नाम पर अभी भी चिंतित दिखती है। उन्हें समझना चाहिए कि इसमें देरी करके वे उच्च शिक्षा के बड़े अवसरों को खत्म कर रहे हैं। अन्नाद्रमुक नेता ने यह भी कहा कि द्रमुक सरकार, जो धन की कमी का हवाला दे रही थी, उसको द्रमुक नेता और दिवंगत मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के नाम पर 200 करोड़ रुपये की विशाल राशि खर्च करके पुस्तकालय स्थापित करने में कोई दिक्कत नहीं है। अन्नाद्रमुक का वरिष्ठ नेतृत्व द्रमुक सरकार पर दबाव बनाने के लिए कुछ दिनों में राज्य भर में आंदोलन की योजना बना रहा है। --आईएएनएस एमएसबी/आरजेएस