-आपसी सहयोग से ला सकते हैं वास्तविक बदलाव अनूप शर्मा नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (हि.स.)। भारत और अमेरिका के बीच तीसरी मंत्रीस्तरीय टू प्लस टू वार्ता की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और अमेरिका की रक्षा और विदेश नीति में निकटता वर्तमान समय में नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। विदेश मंत्री ने कहा कि तीन कारणों से वह भारत अमेरिका बातचीत के इस विशेष प्रारूप को बहुत महत्व देते हैं। जयशंकर ने कहा कि क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों की बात करें तो भारत और अमेरिका अपने आपसी सहयोग से वास्तविक बदलाव ला सकते हैं। इसमें क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, समुद्री डोमेन जागरुकता को बढ़ावा देने, आतंकवाद का मुकाबला करने या समृद्धि सुनिश्चित करने जैसे क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हम अनिश्चित दुनिया में रह रहे हैं। इसके चलते अधिकांश देश अपनी विदेश नीति में सुरक्षा को अधिक महत्व दे रहे हैं। दुनिया की प्रमुख शक्ति के रूप में भारत के मामले में यह और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों में दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध कई तरह से लगातार वृद्धि केआर रहे है। दोनों देशों के सम्बन्ध इतने सहज हो गए हैं कि अब हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर अधिक सक्रियता से संलग्न हैं। यह प्रारूप स्पष्ट रूप से उस उद्देश्य के अनुरूप है। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in