मुम्बइया बाजार ने पाबंदी का निकाला तोड़, फतहसागर की बंसियां बन गईं ‘टेबल-कुर्सी’!
मुम्बइया बाजार ने पाबंदी का निकाला तोड़, फतहसागर की बंसियां बन गईं ‘टेबल-कुर्सी’!  
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मुम्बइया बाजार ने पाबंदी का निकाला तोड़, फतहसागर की बंसियां बन गईं ‘टेबल-कुर्सी’!

Raftaar Desk - P2

उदयपुर, 13 जून (हि.स.)। कोरोना संक्रमण से बचाव की एडवाइजरी के तहत फूड स्टालों पर लोगों को बिठाकर नहीं खिलाने के निर्देशों का तोड़ उदयपुर की फतहसागर झील किनारे स्थित मुम्बइया बाजार ने बखूबी निकाल लिया है। इस फूड बाजार ने दुकानों के आगे टेबल-कुर्सियां भले ही नहीं लगाई हैं, लेकिन इनके सामने झील किनारे की बंसियां ही टेबल-कुर्सी बन गई हैं। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण से बचाव की जंग के साथ अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए लॉक डाउन-5 के साथ अनलॉक-1 के तहत सावधानियों के साथ बाजारों को खुलने की इजाजत शुरू की गई। इसी के तहत मुम्बइया बाजार जो कि उदयपुर की फतहसागर झील के किनारे बड़ा फास्ट फूड बाजार है, उसे भी विशेष सावधानियों और पाबंदियों के साथ खोलने की इजाजत दी गई। यह बाजार उदयपुर नगर विकास प्रन्यास के अंतर्गत आता है। व्यापारियों के आग्रह और सारी सावधानियों की सख्ती से पाबंदी की शर्तों को मानने के बाद ही यहां अनुमति प्रदान की गई। लेकिन, दो दिन से यहां नजारा ही कुछ और है। फूड स्टॉल संचालक तो अपनी जगह, लोग भी कोरोना संक्रमण से बचाव की एडवाइजरी और कोरोना के खतरे को नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं। फूड स्टालों पर भले ही टेबल-कुर्सी नहीं लगी है, लेकिन लोगों ने फतहसागर किनारे की बंसियों को ही टेबल-कुर्सी बना लिया है। फूड स्टाल संचालक बंसियों तक फूड सप्लाई कर रहे हैं और लोग वहीं बैठकर पावभाजी, कॉफी आदि का स्वाद ले रहे हैं। इस सम्बंध में यूआईटी सचिव अरुण कुमार हसीजा का कहना है कि यूआईटी ने सिर्फ टेक-अवे यानि फूड पैक करवाकर वहां से ले जाने की अनुमति दी है। जनता को भी वहां बैठकर खाना नहीं चाहिए और यदि फूड स्टॉल संचालक फूड को बंसियों तक पहुंचा रहे हैं तो गलत है और इस पर सख्ती की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल/संदीप-hindusthansamachar.in