कोलकाता, 25 सितम्बर (हि. स.)। तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल के सचिव और पूर्व माओवादी सहप्रभारी छत्रधर महतो 26 अन्य लोगों के साथ शुक्रवार को माकपा के नेता प्रबीर महतो की हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत में पेश हुए। माओवादियों ने राजधानी एक्सप्रेस को 26 सितंबर, 2009 को झाड़ग्राम के बंशतला स्टेशन पर रोककर छत्रधर महतो की रिहाई की मांग की थी। छत्रधर महतो लालगढ़ पीपुल्स कमेटी अगेंस्ट पुलिस एट्रोसिटी (पीसीएए) के सक्रिय माओवादी थे। एनआईए ने 28 और 29 अगस्त को पश्चिम मेदिनीपुर जिले के शालबोनी में कोबरा कैंप में महतो और अन्य को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन तृणमूल नेता की ओर से उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। छत्रधर के वकील कौशिक सिन्हा के अनुसार, छत्रधर को 2009 के दो मामलों के सिलसिले में बुलाया गया था। एनआईए इस मामले की जांच कर रही है। शुक्रवार को छत्रधर सहित 27 लोगो ने हाजिरी लगाई है। छत्रधर ने पत्रकारों से कहा कि एनआईए की विशेष अदालत ने मुझे दो पुराने मामलों के सिलसिले में तलब किया है। मैं अदालत में पेश होने के लिए यहां आया हूं। कार्यवाही समाप्त होने के बाद ही मैं विवरण साझा कर सकूंगा। सूत्रों ने कहा कि एनआईए की सुनवाई कोलकाता कोर्ट में बंद दरवाजे के कटघरे में हुई। महतो को इस साल जुलाई में ममता बनर्जी ने जिले में एक प्रमुख तृणमूल पद दिया था। भाजपा इसे लेकर ममता पर माओवाद को संरक्षण देने का आरोप लगा रही है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश/गंगा-hindusthansamachar.in